- 3 दिसंबर को सहारनपुर चौक पर एटीएम में लूट का किया था प्रयास

- एटीएम के गार्ड को हथौड़े से वार कर किया था घायल

- सीसीटीवी फुटेज और चोरी के एटीएम की त3तीश से हाथ लगा आरोपी

DEHRADUN: सहारनपुर चौक पर बीते 3 दिसंबर को आईडीबीआई के एटीएम में लूट का प्रयास और हथौड़ा मारकर गार्ड को घायल करने वाला बदमाश आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस टीम बदमाश तक पहुंचने में सफल हो पायी। पुलिस ने कई टीमें शातिर को दबोचने के लिए लगाई थीं।

चोरी के एटीएम से खुला राज

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नेहरू कॉलोनी पाल डेरी के काउंटर से एटीएम लूट के प्रयास के आरोपी आमिर ने एक पर्स चुराया था। जिसमें पीएनबी और एसबीआई के दो एटीएम कार्ड उसके हाथ लगे थे। हालांकि, बदमाश को इनका पिन कोड पता नहीं था, लेकिन फिर भी उसने कई एटीएम पर इन्हें स्वाइप किया था और कई एटीएम पर उसके फुटेज भी रिकॉर्ड हुए थे। पुलिस ने संदिग्ध की सीसीटीवी फुटेज दोनों बैंकों के हेडक्वार्टर मुंबई भेजे, मुंबई में जांच के बाद एटीएम्स की डीटेल्स पुलिस के हाथ लगी। जिसने आरोपी तक पहुंचाने में पुलिस की मदद की।

महिला कांस्टेबल का अहम रोल

पुलिस ने एटीएम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाश का हुलिया सभी थाने-चौकियों में भेजा था। पटेल नगर थाने में तैनात महिला कॉन्स्टेबल मंजू रावत जब इस हुलिये के संबंध में एक नाई से पूछताछ की तो नाई ने पहले तो आनाकानी की लेकिन बाद में बदमाश को पहचानने की बात कही। नाई की मदद से पुलिस शातिर तक पहुंची।

ऐसे दिया था घटना को अंजाम

पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने नेहरू कॉलोनी की एक डेरी से पर्स चुराया था, जिसमें दो एटीएम थे। बताया कि 2 दिसंबर की शाम को वह आईडीबीआई के एटीएम गया और पैसे निकालने की कोशिश की। एटीएम का पिन पता न होने के कारण पैसे नहीं निकले। इस दौरान उसके दिमाग में एटीएम को लूटने का ख्याल आया। इसके बाद वह 3 दिसंबर को तड़के आईडीबीआई के एटीएम पर पहुंचा और वहां मौजूद गार्ड को हथौड़े से वार कर लहूलुहान कर दिया। इसके बाद उसने एटीएम को तोड़ने की कोशिश की लेकिन नहीं तोड़ पाया और फिर भाग गया।

साले के मोहब्बत में जीजा गिरफ्तार

पुलिस की पूछताछ में आरोपी आमिर ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए वह अपने जीजा तस्लीम की स्कूटी लेकर एटीएम तक पहुंचा था। पुलिस ने तस्लीम को भी इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि हालांकि तस्लीम का लूट के प्रयास में कोई हाथ नहीं है, लेकिन आरोपी को छुपाने की कोशिश उसके द्वारा की गई, इसलिए उसे भी गिरफ्तार किया गया है।

बिजनौर से आया था दून

पुलिस का कहना है कि एक साल पहले आरोपी आमिर पुत्र याकूब बिजनौर, नगीना से अपने जीजा तस्लीम पुत्र इस्लामुद्दीन के साथ दून आया था। वह देहराखास में अपने जीजा के साथ रहने लगा और प्लंबर का काम करने लगा।