कंगाल होने लगे बैंक, ATM सूख जाने से दर-दर भटक रहे हैं लोग

ALLAHABAD: दिन ब दिन स्थिति गंभीर होती जा रही है। बैंकों ने पैसे देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। एटीएम ने भी नोट उगलना बंद कर दिया है। कारण है तीन सप्ताह से आरबीआई से जिले को कैश न मिलना। इस स्थिति से डरे लोगों ने कैश मनी की डंपिंग शुरू कर दी है। इससे कैश क्राइसिस एक बार फिर खड़ी हो गई है। जल्द कैश फ्लो शुरू नही हुआ तो हालात फिर से गंभीर हो जाएंगे।

22 दिनों से नहीं आया कैश

बैंक और एटीएम में कैश की कमी नही हो इसके लिए आरबीआई की ओर से लगातार कैश भेजा जाता है। जिले में 22 दिन से कैश का सूखा पड़ा है। पैसा न आने से बैंकों के चेस्ट सूख गए हैं और पब्लिक को खाते से पैसे निकालने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। एसबीआई समेत दूसरे बैंकों को ग्राहकों को पैसे उपलब्ध कराने के लिए पंजाब नेशनल बैंक सहित दूसरे बैंकों के करेंसी चेस्ट का सहारा लेना पड़ रहा है।

50000 से अधिक देना मुश्किल

सबसे अधिक हालात एसबीआई के खराब हैं। बैंक की कचहरी के नजदीक स्थित मेन ब्रांच में लोगों को पचास हजार रुपए से अधिक देने से मना किया जा रहा है। कई लोगों को दस और बीस रुपए के नोटों की गड्डी थमाई जा रही है तो कुछ पेमेंट सिक्कों के जरिए भी किए जा रहे हैं। यह हाल उन छोटे बैंकों के भी हैं जिनके पास खुद का करेंसी चेस्ट नही है। एसबीआई स्टाफ का कहना है कि जिनके घरों में शादी-ब्याह है उनको मजबूरी में डेढ़ लाख रुपए तक दिया जा रहा है। यह परेशानी नोटों की क्राइसिस की वजह से हो रही है।

दहशत में आई पब्लिक, डंपिंग शुरू

बैंको की माने तो खाताधारकों ने पैसा स्टोर करना शुरू कर दिया है। बैंकों में करेसी उपलब्ध नही होने से उनके मन में दहशत भर गई है और वह अपने खाते से पैसा निकालने में ही भलाई समझ रहे हैं। इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एसबीआई, सेंट्रल बैंक, पीएनबी सहित कई बैंकों में लोगों ने बड़ा एमाउंट विदड्रा करना शुरू कर दिया है। बैंक मैनेजर भी इस पर चिंता जता रहे हैं।

फिर रुलाने लगे ज्यादातर ATM

शहर में 70 फीसदी एटीएम में इस समय कैश उपलब्ध नही है। गिने-चुने एटीएम में पैसे हैं तो वहां लोगों की लंबी लाइन लगी हैं। शुक्रवार को सिविल लाइंस के एक्सिस, एसबीआई, यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक, आईसीआईसीआई, यस बैंक समेत कई एटीएम में कैश उपलब्ध नही होने से लोग परेशान नजर आए। दूसरी दिक्कत यह कि एटीएम में दो हजार की नोट नहीं निकल रही है।

और लोगों को मिल गया मौका

मार्च तक नकदी निकासी की सीमा पर प्रतिबंध लगा हुआ था। इसके चलते लोग चाहकर भी अपने खाते से पैसे नही निकाल पा रहे थे, लेकिन जैसे ही सरकार ने रिलैक्स दिया। लोगों ने अपनी आदत अनुसार घर में पैसा इकट्ठा करना शुरू कर दिया। इससे भी क्राइसिस पैदा होने लगी है। खासकर दो हजार की नोट बैंक और एटीएम से लगभग नदारद होती जा रही है। उधर, आरबीआई से कैश नही आने के पीछे सरकार की लोगों की कैशलेस के लिए प्रेरित करने की मंशा सामने आने लगी है।

पिछले तीन सप्ताह से आरबीआई से कैश नही आया है। इसकी वजह से बैंक और एटीएम में क्राइसिस मची है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह कैश आएगा। तब लोगों को पैसा मिलना शुरू होगा। फिलहाल, बैंकों के हालात खराब हैं।

अश्वनी तिवारी,

अध्यक्ष, बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन पीएनबी

जब से कैश की क्राइसिस हुई है लोगों ने अपने खाते से बड़े एमाउंट निकालने शुरू दिए हैं। समझाने का कोई फायदा नहीं है। हमारे पास कुछ पेट्रोल पंपों के एकाउंट हैं, इसलिए ज्यादा दिक्क्त नही हो रही है। कई बैंकों में अधिक क्राइसिस है।

नारायण ताताचारी,

एजीएम, इलाहाबाद बैंक