पुराने नोट जमा करने का आज अंतिम दिन
शहर में बढ़ाए जाएंगे एटीएम
- रुटीन कामों की ओर लौट रहे शहर के सभी बैंक
-50 दिन पूरे होने के बाद कोई विशेष तैयारी नहीं
Meerut । नोटबंदी के 50 दिन बाद हालांकि स्थिति में कुछ सुधार आया है। वहीं, लोगों को कैश की दिक्कत ना हो इसलिए कुछ और बैंकों की एटीएम और कैश डिपोजिट मशीन शुरू हो गई हैं। स्थितियां सामान्य होने पर बैंकों अपने रुटीन कामों पर लौट रहे हैं.दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पहले से कैश की किल्लत में कमी आई है। उधर 30 दिसंबर तक बैंक खाते में पुराने नोट जमा किए जाए सकेंगे। इसके लिए बैंकों में विशेष इंतजाम किए गए हैं।
कुछ ही बैंकों में कैश डिपोजिट मशीन
शहर में कुछ ही बैंकों के पास कैश डिपोजिट मशीन है। इनमें एसबीआई, पीएनबी, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक सहित करीब दस बैंक में कैश डिपोजिट मशीन है। वहीं एटीएम भी कुछ ही बैंक चालू हो पाए हैं।
कैश की हालात सुधरी
इन पचास दिनों में कैश की हालात में काफी सुधार हुआ है। पहले के मुकाबले बैंकों में दोगुना कैश आ रहा है। यही कारण है कि बैंकों के बाहर लंबी कतार खत्म सी हो गई है। जिससे बैंक कर्मियों ने भी राहत की सांस ली है।
नहीं मिल रहीं स्वाइप मशीन
कैशलेस सुविधा के लिए अभी बैंक तैयार नहीं है। व्यापारी से लेकर आम जनता ने कैशलेस सुविधा को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। लेकिन बैंकों के पास व्यापारियों को देने के लिए स्वाइप मशीन नहीं है।
वर्जन
स्वाइप मशीन के लिए 20 दिन से ज्यादा हो गए हैं। लेकिन अभी तक मशीन नहीं मिली है। पीएनबी में मेरा खाता है। बैंक मैनेजर कह रहे हैं कि थोड़ा इंतजार करो। ऊपर डिमांड भेज रखी है।
विकास व्यापारी
स्वाइप मशीन मिल ही नहीं रही है। बैंकों के पास न तो कैश है और ना ही स्वाइप मशीन है। एक महीना होने वाला है मशीन की डिमांड किए हुए। दुकान पर काफी लोग ऐसे आते हैं जोकि कार्ड को स्वाइप कर पैसा देते हैं। लेकिन मशीन ही नहीं मिल रही।
धीरज, व्यापारी
कैशलेस सुविधा को बढ़ावा कहां से दें। बैंक वाले स्वाइप मशीन ही नहीं दे रहे। 15 दिन हो गए मशीन की डिमांड किए हुए। लेकिन अभी तक मशीन नहीं मिली है। बैंक मैनेजर कह रहे हैं अभी थोड़ा टाइम लगेगा।
महेश, व्यापारी
रिजर्व बैंक की ओर से कोई इंस्ट्रक्शन नहीं आए हैं। रूटीन वर्क यूं ही चलता रहेगा। रही बात स्वाइप मशीन की तो उच्च अधिकारियों को डिमांड भेज रखी है। दोबारा से रिमाइंड कराया है। जल्द ही मशीन आ जाएंगी।
अविनाश तांती लीड बैंक मैनेजर