- इलाज के दौरान देवर की हुई मौत, महिला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट, हालत गंभीर

BAREILLY: कैंट थाना क्षेत्र के बारीनगला में युवक ने अपनी भाभी पर चाकू से जानलेवा हमला किया। इसके बाद वहां अपने घर गया और जहरीला पदार्थ पी लिया। जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि महिला का डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना किन वजहों से हुई। इस बात से पर्दा नहीं उठ सका है। गंभीर रूप से घायल महिला ने जमीनी विवाद बताया है। मामले में पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की है।

कहासुनी के बाद कर दिया वार

कैंट के बारीनगला निवासी बबलू मजदूरी करता है। उसके छह भाई किशनपाल, दर्शनपाल, ओमपाल, रोशन, सुरेंद्र, नन्हें हैं। सभी मजदूरी करते हैं। वेडनसडे को बबलू काम पर गया हुआ था। बताया गया कि दोपहर के वक्त छोटा भाई नन्हें नशे की हालत में बबलू के घर में घुस गया। जहां नन्हें की बबलू की पत्नी संगीता से कहासुनी शुरू हो गई। इसके बाद नन्हें ने भाभी पर वार कर दिया। इसके चलते वह खून से लथपथ होकर वहीं गिर पड़ी। यह देखकर आरोपी नन्हें वहां से भाग निकला। घर में मौजूद बच्चों ने चीख-पुकार की तो बबलू के बड़े भाई दर्शनपाल और ने पड़ोसियों की मदद से संगीता को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया।

फिर खुद पी लिया जहर

नन्हें भागकर अपने घर में जा पहुंचा। सभी लोग इकट्ठा हो गए। नन्हें के साथ रह रही उसकी मां जब नन्हें के पास गई तो उसके मुंह से झाग निकलता देखकर शोर मचाया। परिजन फिर उसे भी लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। देवर का भाभी पर चाकू से वार करना और फिर खुद जहर पीकर मौत को गले लगाना कई सवाल खड़े करता है। इस मामले में जब पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की तो मामला आपसी मनमुटाव का निकला लेकिन घायल संगीता ने जमीनी विवाद बताया। फिलहाल पुलिस संदिग्ध परिस्थितियों में हुई इस घटना के सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। जबकि परिजनों ने किसी प्रकार का मामला दर्ज कराने से इनकार कर ि1दया है।

अलग रहते हैं सभी भाई

बड़े दर्शनपाल ने बताया कि सभी सातों भाई अलग-अलग घरों में रहते हैं। छोटा भाई नन्हें मां पूतो देवी के साथ रहता था। नन्हें घर में सबसे छोटा था। उसका विवाह भी नहीं हुआ था। उसकी बड़े भाई बबलू की पत्‍‌नी से काफी बातचीत होती थी। दोनों में किसी प्रकार का कभी कोई विवाद नहीं हुआ था। हां कभी कभार बंटवारे के बाद जमीनी विवाद को लेकर भी बहस होती थी।