- बाइक सवार बदमाशों ने सफारी गाड़ी पर फेंके बम

- डिप्टी डायरेक्टर घायल, पुलिस ने दर्ज किया केस

LUCKNOW :

बीकेटी स्थित एसआर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के डिप्टी डायरेक्टर राजेश सिंह चौहान पर सोमवार को बदमाशों ने बम से हमला कर दिया। वह अपनी सफारी गाड़ी में इंस्टीट्यूट से घर लौट रहे थे। मडि़यांव में भिठौली क्रॉसिंग के पास बाइक सवार बदमाशों ने उनकी सफारी पर ताबड़तोड़ हथगोले फेंके। जोरदार धमाकों से गाड़ी का शीशा टूटकर चकनाचूर हो गया और राजेश सिंह घायल हो गए। ड्राइवर ने गाड़ी भगाकर उनकी जान बचाई। घटना की सूचना पर पहुंची मडि़यांव पुलिस आसपास लगे सीसी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस ने बीकेटी निवासी महेन्द्र सिंह और अनुज समेत चार पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

इंस्टीट्यूट से लौट रहे थे

गोसाईगंज के अर्जुनगंज में रहने वाले राजेश सिंह चौहान बीकेटी स्थित एसआर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के डिप्टी डायरेक्टर हैं। राजेश सिंह ने बताया कि रोजाना की तरह सोमवार को भी वह कॉलेज गए थे। शाम को वह अपने ड्राइवर अशोक यादव के साथ सफारी गाड़ी (यूपी 32 जीवी 3000) में घर लौट रहे थे। अशोक गाड़ी चला रहा था जबकि वह उसके बगल वाली सीट पर बैठे थे।

गोलियां भी दागीं

राजेश ने बताया कि वह लोग भिठौली क्रॉसिंग के पास पहुंचे थे। तभी तीन बाइकों पर सवार चार पांच लोगों ने उनकी गाड़ी पर बम से हमला कर दिया। धमाके से उनकी सीट की तरफ वाला शीशा टूट गया और कांच के टुकड़े उनके सिर व कनपटी में धंस गए। धमाका होने पर ड्राइवर अशोक यादव ने गाड़ी भगाना शुरू कर दिया। इस पर बदमाशों ने उनका पीछा करते हुए एक और हथगोला फेंका। इससे गाड़ी का पिछला बायां हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। पीडि़त ने बताया कि पीछा करने के दौरान बदमाशों ने गाड़ी को निशाना बनाते हुए कई राउंड गोलियां भी चलाई।

25 दिन पहले एक्सीडेंट के चलते हुआ था विवाद

राजेश ने बताया कि वह लोग किसी तरह जान बचाकर मडि़यांव थाने पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी। इंस्पेक्टर राघवन सिंह ने बताया कि राजेश की तहरीर पर बीकेटी के कठवारा निवासी महेन्द्र सिंह और इंदौरबाग निवासी अनुज सिंह समेत चार पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। राजेश के के मुताबिक करीब 25 दिन पहले सीतापुर रोड स्थित बृज की रसोई के पास उनकी गाड़ी से महेन्द्र सिंह की गाड़ी में टक्कर लग गई थी। इस पर आरोपियों ने उनसे मारपीट की थी। इस मामले में उन्होंने आरोपियों के खिलाफ मडि़यांव थाने में एफआईआर दर्ज कराई था। वहीं आरोपी पक्ष ने भी उनके खिलाफ कॉस एफआईआर करवाई थी। इसी रंजिश में महेन्द्र, अनुज व उनके साथियों ने उन पर हमला किया है।