फ्लैग- महामारी के प्रकोप से कानपुर में डेंगू, मलेरिया, डायरिया, चिकुनगुनिया और वायरल के बाद अब विचित्र बुखार की दस्तक

-बिधनू में 8 लोगों की हो चुकी है मौत, स्वास्थ्य विभाग आंकड़ों को छिपाने में बिजी, अभी और घातक होगा वायरस

- हॉस्पिटल में उमड़ी भीड़, पेशेंट्स को देखने के लिए पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर्स ही नहीं

यन्हृक्कक्त्र: कानपुराइट्स पर महामारी ने धावा बोल दिया है। सिर्फ अगस्त महीने में इस बार डेंगू, चिकुनगुनिया, डायरिया, मलेरिया के जितने पेशेंट्स हॉस्पिटल्स पहुंच गए हैं, उतने पहले कभी नहीं पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो वर्ष 2009 में अगस्त में वायरस के अटैक से करीब 39 हजार पेशेंट्स अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन इस बार इस महीने में ये आंकड़ा 50 हजार के पार हो चुका है। इतना ही नहीं अब तो कानपुर में विचित्र बुखार ने अटैक बोल दिया है। जिसके अभी तक 100 से ज्यादा पेशेंट्स मिल चुके हैं। मुश्किल इस बात की है कि पेशेंट्स की संख्या बढ़ने से अस्पताल में इतनी भीड़ हो गई है कि डॉक्टर को दिखाने के लिए घंटों इंतजार के बाद भी वापस होना पड़ रहा है। क्योंकि हॉस्पिटल्स में मरीजों का चेकअप करने के लिए पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर्स ही नही हैं। सही समय पर इलाज न मिल पाने ही वजह से ही बिधनू में विचित्र बुखार से 8 लोगों की मौत हो चुकी है।

दो दिन में 150 सैंपल

वायरस की चपेट में आए कानपुराइट्स पर आधा दर्जन बीमारियों का प्रकोप एक साथ फूट पड़ा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग हमेशा की तरह मरीजों को बीमारियों से बचाने के बजाय मरीजों के आंकड़े छिपाने की जुगत में ही उलझा हुआ है। सोर्सेज के मुताबिक मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में दो दिनों के अंदर ही लगभग 500 मरीजों के टेस्ट सैंपल आए, लेकिन विभागीय आंकड़ों की मानें तो डिपार्टमेंट में होने वाली डेंगू की एलाइजा जांच में सिर्फ 50 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं दो दिन में सिर्फ 150 के करीब सैंपल जांच के लिए आने की बात कही जा रही है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ। अतुल गर्ग ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि डेंगू के मरीजों की रोज की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को अपडेट की जा रही है।

लापरवाही पड़ सकती है भारी

मेडिकल कॉलेज के सीनियर फिजीशियन डॉ। कुणाल सहाय बताते हैं कि मौसम में आ रहे उतार-चढ़ाव की वजह से वायरस अभी और घातक होगा। सितंबर के लास्ट या अक्टूबर के फ‌र्स्ट वीक तक अपने आपको बचाने की बहुत जरूरत है। इसके लिए प्रिकॉशन बरतें। अगर शरीर में दर्द या बुखार या फिर कोई और प्रॉब्लम है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं क्योंकि जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है।

यह सावधानियां रखें-

-बाहर की चीजें खाने से बचें, उबला हुआ पानी पिएं

- शरीर ढक कर निकलें,घर में कहीं पानी का ठहराव न होने दें

- बुखार होने पर पैरासीटामोल के अलावा कोई भी दवा अपने मन से या मेडिकल स्टोर से लेकर न खाएं

- 5 दिन से ज्यादा बुखार आए तो डॉक्टर को दिखाएं

- लगातार बुखार आने पर खून की सीबीसी जांच कराए, साथ ही ब्लड प्रेशर भी चेक कराए

ये वायरस एक्टिव मोड में हैं

- राइनो

- चिकुनगुनिया

- डेंगू

- इनफ्लुएंजा

डाटा

- 8 लोगों की हो चुकी है मौत

- 500 से ज्यादा मरीजों के टेस्ट सैंपल दो दिन में लिए गए

- 50000 से ऊपर पहुंचा अगस्त माह में मरीजों का आंकड़ा

- 100 से ज्यादा पेशेंट विचित्र बुखार के सामने आए

- 750 से ज्यादा पेशेंट डेली गवर्नमेंट हॉस्पिटल की ओपीडी में पहुंच रहे