Attack on accounts

- अप्रैल में एटीएम क्लोनिंग की 7 शिकायतें

- पैसे कटने का तीन दिन बाद आया मैसेज

- मैसेज में नहीं मिली एटीएम की डिटेल

- साइबर सेल ने भी किया अलर्ट जारी

आई एक्सक्लूसिव

सुंदर सिंह

Meerut: साइबर क्रिमिनल लगातार एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर लोगों के अकाउंट से रकम निकाल रहे हैं। एक अपै्रल से अब तक 7 लोगों ने खाते पैसे निकल जाने की शिकायत की है। किसी को रुपये निकलने के तीन दिन बाद मैसेज मिला तो किसी के मेसेज में एटीएम की डिटेल ही नहीं आई। इस तरह के कई मामले सामने आने के बाद साइबर सेल ने लोगों को अलर्ट रहने को कहा है।

अतिरिक्त स्लॉट लगाकर

आईटी एक्सपर्ट आशीष के अनुसार मशीन में कार्ड स्वैप करने वाले स्थान पर स्कीमर डिवाइस लगा दी जाती है। देखने में यह डिवाइस मशीन का ही हिस्सा लगता है। एटीएम की स्क्रीन और की बोर्ड पर नजर रखने के लिए केबिन में स्पाई कैमरा फिट कर दिया जाता है। जब ग्राहक अपना कार्ड मशीन में स्वैप करता हैं तो डिवाइस कार्ड को स्कैन कर लेती है। केबिन में लगा कैमरा स्क्रीन और पासवर्ड रिकार्ड कर लेता है। इसके बाद उनके क्लोन तैयार किए जाते हैं। जिस खाते में बैलेंस अधिक होता है, उसमें से रकम निकाल ली जाती है।

बड़े शहरों से खेल

साइबर सेल से मिली जानकारी के अनुसार जालसाज अक्सर एटीएम कार्ड का क्लोनिंग कर खेल करते हैं। ज्यादातर मामलों में रुपये गुजरात, दिल्ली, बंगलुरू, लखनऊ जैसे बड़े शहरों से निकालने की बात सामने आती है। मैसेज में एटीएम की डिटेल न आना भी गंभीर विषय है। बैंक जाकर इसकी पड़ताल की जा रही है।

क्या रखे सावधानियां

- जिस मशीन का स्वैप करने वाला हिस्सा उठा हो उससे ट्रांजेक्शन न करें, साथ ही इसकी जानकारी संबंधित बैंक के अधिकारियों को दें

- कहीं भी एटीएम के आस-पास स्पाई कैमरा लगा हो, तो भी अलर्ट हो जाएं, क्योंकि उसमें पक्का स्कीमर लगा होगा।

-नेट या मोबाइल बैकिंग का इस्तेमाल किसी के सामने न करें, बैंक कभी ट्राजेक्शन पासवर्ड नहीं पूछता।

-किसी के पर्सनल सवालों जैसे पास वर्ड या जन्म की तारीख से जुड़े सवालों का जवाब न दें।

-किसी अपरिचित को एटीएम कार्ड न दें

केस नंबर 1

गंगानगर स्थित आईआईएमटी कालेज से बीटेक करने वाली गितिका ने बताया कि उसके खाते से 5 अप्रैल को 12 हजार रुपए निकाले गए, लेकिन 6 तारीख को पैसे निकालने का मैसेज आया। लेकिन उसमें यह नहीं आया कि कहां और किस एटीएम से पैसे निकाले हैं। उसने गंगानगर में तहरीर दी है।

केस नंबर 2

शिव शक्ति नगर निवासी नरेश का गढ रोड स्थित स्टेट बैंक में खाता है। उसके खाते से 8 अप्रैल को 5 हजार रुपए निकाले गए। लेकिन मैसेज में एटीएम की डिटेल नहीं थी। मैने तत्काल एकाउंट ब्लॉक कराने के अलावा मेडिकल थाने में तहरीर दी है।

केस नंबर 3

भारतीय जीवन बीमा निगम में क्लर्क अनुपम बैंक कालोनी में किराए पर रहता है। उसने बताया कि 1 अप्रैल को उसके खाते से 13500 रुपए निकाल लिए गए। जिसकी शिकायत उसने नौचंदी थाने में की है।

वर्जन

आजकल क्लोनिंग कर खाते से पैसे निकालने वाला गैंग सक्रिय है। जब पड़ताल की जाती है तो पता लगता है कि किसी बड़े शहर में पैसा निकाला गया है। अलर्ट रहकर ही इनसे बचा जा सकता है।

-कर्मवीर, साइबर सेल प्रभारी

नेटवर्क प्रॉब्लम के चलते कई बार मैसेज लेट हो जाता है। लेकिन एटीएम की डिटेल न आना जांच का विषय है। इसके लिए लिखा जाएगा।

-अविनाश तांती, लीड बैंक मैनेजर

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