-बीइंग फ्रेंड फाउंडेशन में कर्मचारियों को पीटा

-अपने पांच साथियों संग आया था हमलावर अतुल

-पुलिस ने नहींही संस्था की तहरीर

GORAKHPUR : सिटी की एक संस्था बीइंग फ्रेंड फाउंडेशन पर वेंस्डे को करीब आधा दर्जन लोगों ने हमलाकर तोड़फोड़ की। हमलावरों ने ऑफिस के लैपटॉप, बायोमैट्रिक्स मशीन तोड़ने के अलावा कर्मचारियों के मारपीट की। उन पर महिला कर्मचारियों से अभद्रता करने का भी आरोप है। जब फाउंडेशन के सचिव शेख सूबेदार ने कैंट थाने में तहरीर देने गए तो उन्हें वहां से लौटा दिया गया।

क्या है मामला

शेख सूबेदार ने बताया कि बेहियाहाता के अतुल और उसके फैमिली मेंबर्स ने उनकी संस्था से आधार कार्ड बनवाने के लिए अप्लाई किया था। उनके घर के अन्य मेंबर्स का तो कार्ड आ गया, लेकिन अतुल का कार्ड नहींआया। दो दिन पहले अतुल ऑफिस आया था। उसे बताया गया कि आधार कार्ड दिल्ली से पोस्ट के जरिए आता है। इसी वजह देरी हो रही है। इसके बाद वह वापस चला गया। इसके बाद वेंस्डे को अतुल अपने पांच अन्य साथियों के साथ आया। उसने तोड़फोड़ और अभद्रता की। उसका कहना था कि उसने आधार कार्ड बनवाने के लिए पैसा दिया है, लेकिन उसका कार्ड नहींदिया जा रहा है।

खबर छपने के बाद दोषियों को निकाला

आई नेक्स्ट ने ख्क् फरवरी को 'स्वेच्छा से वसूली' नामक खबर प्रकाशित की थी। खबर में बीइंग फ्रेंड के कर्मचारियों द्वारा आधार कार्ड बनाने के लिए?भ्0 रुपए लिए जाने की बात कही गई थी। खबर छपने के बाद ट्रस्ट के सचिव शेख सूबेदार ने मामले की जांच कराई। शेख सूबेदार का कहना है कि उन्होंने दोषी पाए गए ऑपरेटर आशीष और दीपक चौधरी को तत्काल निकाल दिया था। पैसा लेने की बात पर शेख का कहना था कि यह मानवीय भूल थी न कि संस्थागत।