- सीओ सदर व इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी चोटिल

- पुलिस ने की हवाई फाय¨रग, लाठीचार्ज कर खदेड़ा

- कई हमलावर भी हुए घायल, कुछ उपद्रवी दबोचे

- पांच सौ आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी

Mawana : हत्या के मामले में हिरासत में लिए गए एक संदिग्ध आरोपी को छोड़ने से क्षुब्ध भीड़ ने सोमवार सुबह ईद की नमाज के बाद नारेबाजी करते हुए परीक्षितगढ़ थाने पर धावा बोल दिया। पुलिसकर्मियों संग धक्का-मुक्की कर वाहनों में तोड़फोड़ की और थाना फूंकने का भी प्रयास किया। कोल्ड ड्रिंक आदि दुकानों में लूटपाट का प्रयास भी किया गया। पथराव में सीओ सदर देहात व इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। पुलिस ने कई राउंड हवाई फाय¨रग व लाठीचार्ज कर उपद्रव मचा रही भीड़ को खदेड़ा, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं। सूचना पर कई थानों की पुलिस व डेढ़ सेक्शन पीएसी भी पहुंच गई। एससपी देहात, एसडीएम मवाना व एडीएम-एफ ने भी मौका-मुआयना किया। पुलिस ने दबिश डालकर पांच-छह हमलावरों को हिरासत में लिया है।

क्या है मामला

परीक्षितगढ़ के खजूरी दरवाजा निवासी अमिताभ पुत्र बिल्लू खां की दो दिन पूर्व हत्या कर दी गई थी, जिसका शव नग्न अवस्था में गांव इकलारसूलपुर स्थित ज्वार के खेत से बरामद हुआ था। घटना से क्षुब्ध लोगों ने शनिवार सुबह जाम लगाया था। साथ ही थाने का घेराव कर वारदात का राजफाश करने की मांग की थी। इसी क्रम में खजूरी दरवाजा के ही वसीम व नदीम पुत्रगण शन्नू समेत पांच लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था।

थाने से छोड़ा

रविवार को पुलिस ने नागेश शर्मा को थाने से छोड़ दिया। सोमवार सुबह मृतक के परिजनों को इस बात की जानकारी हुई तो आक्रोश फैल गया। ईद की नमाज अदा करने के बाद अवैध असलाह व ईंट-पत्थर लेकर सैकड़ों महिला-पुरुष नारेबाजी करते हुए परीक्षितगढ़ थाने जा धमके। सीओ सदर देहात राम अर्ज, इंस्पेक्टर इंचौली पीके मिश्रा व एसओ विनोद कुमार ने आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास किया तो धक्का-मुक्की की गई। थाना परिसर व सड़क पर खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पथराव व फाय¨रग भी हुई, जिसमें सीओ और इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए।

उपद्रवियों का कब्जा

इसी बीच उपद्रवी थाने के रिकार्ड रूम तक पहुंच गए और आग लगाने का प्रयास किया। इस पर पुलिस ने करीब 20 राउंड हवाई फाय¨रग और लाठीचार्ज कर हमलावर भीड़ को खदेड़ा। करीब पौन घंटे तक थाने पर उपद्रवियों का कब्जा रहा। लाठीचार्ज में कई लोगों के घायल होने की भी चर्चा है। एसपी देहात राजेश कुमार, एसडीएम मवाना अर¨वद सिंह व एडीएम-एफ गौरव वर्मा ने भी मौका-मुआयना किया। इसी क्रम में थाना परिसर व सड़क पर बिखरे पड़े ईंट-पत्थर हटाकर पुलिस ने पानी टैंकर के माध्यम से सफाई कराई। बहरहाल, दबिश देकर पांच-छह हमलावरों को हिरासत में लिया गया है। कई वाहन भी कब्जे में लिए गए हैं।

कार्रवाई की तैयारी

एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया सीसीटीवी फुटेज व वीडियो के आधार पर हमलावरों को चिह्नित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीओ किठौर मनीष यादव, एसओ फलावदा धर्मेंद्र कुमार, एसओ बहसूमा राजेंद्र ओजस्वी, एसओ हस्तिनापुर ओमवीर सिंह व एसओ मुंडाली राजेंद्र त्यागी समेत डेढ़ सेक्शन पीएसी घटनास्थल पर मौजूद थी।

इस तरह बढ़ गई बात

मवाना : हत्यारोपी वसीम के कबूलनामे के साथ पुलिस ने हिरासत में बैठे नागेश शर्मा को रविवार रात छोड़ दिया था। ईद की नमाज अदा करने के साथ धर्मस्थल से लाउडस्पीकर पर मृतक के घर एकत्र होने की घोषणा की गई। नमाज अदा करने के बाद लोग सीधे थाने पर पहुंच गए। जहां, सीओ राम अर्ज समेत अन्य पुलिस अधिकारियों से नागेश शर्मा को छोड़ने को लेकर तकरार होने लगी। इसी बीच महिलाओं का हुजूम आ धमका और पुलिस पर रिश्वत लेकर आरोपी को छोड़ने का आरोप लगा थाने की मेज-कुर्सियां फेंकनी व धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इस बीच आसपास के मकानों की छत और हाईवे पर पुलिस पर पथराव किया गया। करीब पौन घंटे तक उपद्रव चलता रहा। फाय¨रग भी हुई। राहगीरों के साथ भी अभद्रता की गई।

500 उपद्रवियों पर दर्ज होगा केस

मवाना : थाने में तोड़फोड़ और आगजनी के प्रयास के मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 500 लोगों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। एसओ विनोद ने बताया कि कुछ हमलावरों को चिह्नित कर लिया गया है, अन्य की भी पहचान की जा रही है।

इन्होंने कहा

हत्यारोपी से संतुष्टी के लिए कुछ लोगों के साथ थाने गए थे। पुलिस ने बात करने की बजाए महिलाओं के साथ अभद्रता की और भगा दिया। हत्या की साजिश में शामिल एक आरोपी को भी छोड़ दिया।

- महताब, मृतक का भाई

पूछताछ में वसीम ने हत्या करना कबूल कर प्रयुक्त हथियार व बाइक बरामद करा दी थी। नागेश वारदात के समय अस्पताल में भर्ती था। उसके परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज बतौर साक्ष्य सौंपे थे, जिसकी जांच कराई गई थी।

- राज अर्ज, सीओ सदर देहात

पुलिस ने तफ्तीश व साक्ष्यों के आधार पर नागेश को फिलहाल छोड़ दिया था, जबकि हत्यारोपी वसीम ने मृतक के परिजनों के सामने वारदात कबूल कर हर सवाल का जवाब दिया था। कुछ शरारती तत्वों ने त्योहार पर फिजा बिगाड़ने का प्रयास किया। ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

- राजेश कुमार

एसपी देहात, मेरठ