छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: एमजीएम थाना क्षेत्र के गोकुल नगर निवासी वृद्ध केडी प्रसाद ने उपायुक्त कार्यालय परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया। अपने बेटे के साथ आए केडी प्रसाद ने जैसे ही केरोसिन की बोतल निकाली, परिसर में मौजूद एसएसपी और सिटी एसपी के अंगरक्षकों ने उसे रोक दिया। इस दौरान नारेबाजी व शोर-गुल सुन कर बैठक छोड़ कर आए एसडीओ धालभूम सूरज कुमार के केडी प्रसाद ने पैर पकड़ लिए और इंसाफ की गुहार लगाई। एसडीओ ने उसकी बात सुनी। तभी अपर उपायुक्त सुनील कुमार भी अपने चैंबर से निकल कर भुक्तभोगी के करीब गए और उससे मामला जाना।

समस्या पर मंथन किया

केडी प्रसाद ने उन्हें बताया कि सीओ महेश्वर महतो ने महीना भर पहले गोकुल नगर में उसकी झोपड़ी और खटाल तोड़ दी है। इसके बाद अपर उपायुक्त उसके बेटे को समझा कर अपने चैंबर में ले गए। यहां अपर उपायुक्त ने सीओ और राजस्व विभाग के अन्य कर्मियों के साथ बैठ कर इस समस्या पर मंथन किया। केडी प्रसाद ने अफसरों को बताया कि उसका सुशीला देवी से रास्ते का विवाद चल रहा है। केडी प्रसाद ने बताया कि पिछले महीने एमजीएम थाना प्रभारी आमिश हुसैन और सीओ महेश्वर महतो ने उसकी झोपड़ी तोड़ दी। इसके पहले खटाल तोड़ दिया था। सुशीला देवी ने एसडीओ की अदालत में रास्ते के लिए मुकदमा दायर किया था। एसडीओ ने 24 मई 2015 को इस मामले को खारिज कर दिया। केडी प्रसाद ने कहा कि इससे साफ है कि यह जमीन उसकी है। एसडीओ ने झोपड़ी क्यों तोड़ी इस बारे में आरटीआइ से सूचना मांगी गई, लेकिन वह जानकारी नहीं दे रहे हैं। उनकी मांग है कि उनकी झोपड़ी तोड़ने वाले सीओ और एमजीएम थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाए। केडी प्रसाद ने आरोप लगाया कि विरोधियों ने 2011 में उनकी पत्‍‌नी को रहस्यमय तरीके से गायब कर दिया और अब तक कोई पता नहीं चला। उनकी तीन गाय को जहर दे दिया गया।

विवादित जमीन की मापी आज

सीओ महेश्वर महतो ने बताया कि केडी प्रसाद की विवादित भूमि की शुक्रवार को मापी कराई जाएगी। इसके पहले भी एक बार जमीन की मापी हो चुकी है। सीओ ने अपर उपायुक्त को बताया कि केडी प्रसाद जहां झोपड़ी बना कर भैंस बांधता है वह जगह अलग है। जो कागजात वह दिखा रहा है वह दूसरी जगह का है। जहां का कागज वह दिखा रहा है वहां उसने मकान बना रखा है। जहां झोपड़ी है वह सरकारी जमीन है।