- प्रत्येक क्षेत्र के कामचोर और खराब प्रगति वाले 5-5 जेई पर होगी कार्रवाई

<- प्रत्येक क्षेत्र के कामचोर और खराब प्रगति वाले भ्-भ् जेई पर होगी कार्रवाई

BAREILLY:

BAREILLY:

लाइन लॉस को रोकने के लिए फीडरवाइज एनर्जी ऑडिट नहीं करने वाले जूनियर इंजीनियर्स पर गाज गिरनी तय है। आईएएस अध्यक्ष आलोक कुमार ने कार्रवाई के लिए मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एपी सिंह को लेटर लिखा है।

तीन बिन्दुओं पर करना था आडिट

बढ़ते लाइन लॉस को रोकने के लिए तीन बिन्दुओं पर फीडरवाइज एनर्जी ऑडिट का काम होना था। इसमें ऐसे फीडर जो तीन महीने से भ्0 फीसदी से अधिक लाइन लॉस की श्रेणी में चल रहे हैं, ऐसे फीडर जो लाइन हानि फ्0-भ्0 फीसदी की श्रेणी में भ्0 फीसदी से ऊपर पहुंच गए और तीसरा ऐसे फीडर जहां लाइन लॉस फ्0 फीसदी से बढ़कर भ्0 फीसदी पर पहुंच गया, लेकिन कर्मचारियों ने ऑडिट का काम नहीं किया। जबकि, ऑडिट के बाद रिपोर्ट क्षेत्रीय मुख्य अभियंता को भेजी जाती है। उस रिपोर्ट पर कार्रवाई करने के लिए आरईसीपीडीसीएल टाटा पावर की ओर से एक तकनीकी मैनपावर भी कार्यालय को उपलब्ध कराया गया है। फिर भी लापरवाही बरती जा रही है।

क्भ् मार्च तक मांगी रिपोर्ट

मुख्यालय ने मुख्य अभियंता के स्तर पर इन फीडर के संबंध में अवर अभियंता स्तर पर उत्तरदायित्व तय करके स्पष्टीकरण मांगने के आदेश दिए हैं। साथ ही प्रत्येक क्षेत्र के कामचोर और खराब प्रगति वाले भ्-भ् जूनियर इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कार्रवाई की रिपोर्ट क्भ् मार्च तक मैनेजिंग डायरेक्टर को उपलब्ध कराने को कहा गया है।