PATNA : 8 करोड़ भ्म् लाख रुपए के फर्जी टेंडर घोटाला मामले में फरार चल रहे औरंगाबाद के डीपीआरओ जर्नादन प्रसाद अग्रवाल की गिरफ्तारी पर फिलहाल कोर्ट ने रोक लगा दी है। कोर्ट की ओर से नो कोर्सिव का ऑर्डर जारी किया गया है। इस मामले में कोर्ट ने केस डायरी भी पुलिस से मांगी है। दरअसल, गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे डीपीआरओ ने कोर्ट में एंटी सेपेट्री बेल के लिए अपील दायर की थी। जबकि मामले की जांच कर रही एसआईटी ने उनकी गिरफ्तारी का वारंट जारी करने के लिए कोर्ट से अपील कर रखी थी। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने गिरफ्तारी का वारंट तो नहीं जारी किया, लेकिन उनकी गिरफ्तारी पर रोक जरूर लगा दी है। एसआईटी की पूछताछ के डर से डीपीआरओ फरार हुए थे। लेकिन अब वो एसआईटी के सामने आने को तैयार हो गए हैं।

- ठिकाने लगा चुके हैं कॉपियों को

फर्जी टेंडर के जरिए गुजरात से मंगाई गई 8 करोड़ भ्म् लाख रुपए के इंटरमीडिएट एग्जाम की कॉपियों को पूरी तरह से शातिरों ने ठिकाने लगा दिया है। पहले बात सामने आई थी कि कुछ कापियों को गलवाया गया था। लेकिन अब जो खुलासा हुआ है उसके अनुसार जेल में बंद मास्टर माइंड कबाड़ी कारोबारी राजकिशोर गुप्ता ने करोड़ों की कॉपियों को गलवा दिया है। इसके एवज में उसे करीब दो करोड़ रुपए मिले हैं।