-सिगरा पुलिस ने ऑटो ड्राइवर की हत्या का किया खुलासा, एक आरोपी गिरफ्तार, दो अब भी फरार

-पैसों के लेनदेन के विवाद में साथियों ने ही दो फरवरी को की थी ऑटो ड्राइवर की हत्या

VARANASI

चंदौली के रहने वाले ऑटो ड्राइवर विनोद यादव की हत्या उसके साथियों ने ही मिलकर की थी। विनोद यादव का अपने साथी प्रमोद महतो से रुपये के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। इसका खुलासा शनिवार को एसएसपी आकाश कुलहरि ने पुलिस लाइन के कांफ्रेंस हाल में किया। उन्होंने बताया कि विनोद की हत्या में शामिल आरोपी विनोद गुप्ता को अरेस्ट कर लिया गया है। जबकि दो अन्य आरोपी अरविंद और प्रमोद फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। विनोद यादव का शव दो फरवरी को सिगरा के एक अपार्टमेंट के बगल में गली में मिला था।

पार्टी के बहाने रची थी साजिश

एसएसपी ने बताया कि सिगरा पुलिस ने शुक्रवार की दोपहर विनोद गुप्ता को लहरतारा के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि पैसे के लेनदेन के विवाद के चलते प्रमोद ने अपने चचेरे भाई अरविंद के साथ मिलकर विनोद यादव की हत्या की साजिश रची थी। इसमें बाद में विनोद यादव केसाथी विनोद गुप्ता को शामिल किया गया। विनोद यादव को बुलाने के लिए विनोद गुप्ता को लगाया गया था।

गोली मारी फिर रेत दिया गला

जिसके बाद एक फरवरी की रात विनोद गुप्ता पार्टी के नाम पर विनोद यादव को अपने ऑटो से लेकर महमूरगंज पहुंचा। यहां अरविंद और प्रमोद पहले से मौजूद थे। चारों ने जमकर शराब पी। विनोद जब नशे में धुत हो गया तो विनोद गुप्ता ऑटो लेकर सिगरा एरिया के एक अपार्टमेंट के बगल की सुनसान गली में पहुंचा। यहां पहले अरविंद ने विनोद यादव पर राड से वार किया और फिर प्रमोद ने उसे गोली मार दी। इसके बाद अरविंद ने उसका गला रेत दिया। मौत हो जाने के बाद तीनों उसकी डेड बॉडी को छोड़कर भाग निकले।

तलाश में बिहार गयी टीम

फरार चल रहे प्रमोद महतो और अरविंद की तलाश में पुलिस की एक टीम बिहार भेजी गयी है। दोनों बिहार के समस्तीपुर का रहने वाले हैं। पुलिस ने हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए ऑटो को तो बरामद कर लिया है लेकिन जिस असलहे से की गई उसे बरामद नहीं किया जा सका है। गिरफ्तार विनोद गुप्ता का कहना है कि असलहा अरविंद के पास है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में एसओ सिगरा विनय प्रकाश, एसआई सुभाष यादव व अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे।