क्त्रड्डठ्ठष्द्धद्ब : मेन रोड स्थित बिग बाजार से अरगोड़ा रूट में ऑटोवालों की ही मर्जी चलती है। इस रूट में ज्यादातर मिनी ऑटो चलते हैं, पर इनकी मनमानी के आगे पैसेंजर्स मजबूर हैं। सफर करना जरूरी है, ऐसे में ऑटोवालों की हर नौटंकी बर्दाश्त करनी पड़ती है। चाहे सीट से ज्यादा पैसेंजर्स बैठाने का मामला हो या फिर भाड़े का, ऑटोवाले पैसेंजर्स को चूना लगाने की ही फिराक में रहते हैं। ऑटो की सीटिंग कैपेसिटी चार पैसेंजर्स की है, पर बिना आठ पैसेंजर बैठाए ये ऑटो अपनी जगह से टस से मस नहीं होते हैं। ऑटो तभी खुलती है, जब पैसेंजर्स की ओवरलोडिंग हो जाती है। ऐसी सिचुएशन में बिग बाजार-अरगोड़ा रूट में मिनी ऑटो का सफर आसान नहीं है।

भाड़े के लिए मनमानी

ये ऑटोवाले न सिर्फ सवारी बैठाने को लेकर मनमानी करते हैं, बल्कि भाड़े को लेकर भी इनकी ही मर्जी चलती है। अगर आप मिनी ऑटो पर बैठ गए तो कम से कम पांच पांच रुपए ये वसूले बिना नहीं रहते हैं, भले ही आपको छोटी सी ही दूरी क्यों न तय करनी हो। वैसे तो बिग बाजार से अरगोड़ा तक का भाड़ा नौ रुपए है। अगर किसी पैसेंजर्स ने दस रुपए दे दिए तो ये खुल्ला नहीं होने की बात कह पूरे पैसे रख लेते हैं। शाम होते ही इस रूट में ऑटोवाली की मनमानी और बढ़ जाती है। नौ रुपए की बजाय पैसेंजर से ज्यादा से ज्यादा भाड़ा वसूलने की कोशिश करते हैं। अगर पैसेंजर नया हो तो उससे मन-मुताबिक भाड़ा लिए बिना ये ऑटोवाले मानते नहीं हैं।

फ्लाईओवर पर देते हैं उतार

जब भी रांची पुलिस ऑटो के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाती है तो ऑटोवालों की मनमर्जी और बढ़ जाती है। पैसेंजर को इस रूट में कहीं भी जाना हो, चेकिंग का बहाना बनाकर ये पैसेंजर्स को फ्लाइओवर के पास ही जबरन उतार देते हैं, इतना ही नहीं, लिए गए भाड़े को भी वापस नहीं करते हैं। ऐसे में यहां से बिग बाजार तक पैसेंजर्स को पैदल ही जाना पड़ता है।

सेफ्टी रूल्स दरकिनार

बिग बाजार-अरगोड़ा रूट में ऑटोवालों को ट्रैफिक रूल्स एवं सेफ्टी मेजर्स की कोई परवाह नहीं है। ऑटो में ज्यादा से ज्यादा पैसेंजर्स बैठ सकें, इसके लिए वे दाईं तरफ रॉड भी नहीं लगाते हैं। इसके अलावे पिछली सीट पर तीन की बजाय चार से पांच पैसेंजर्स और अगली सीट पर एक की बजाय तीन पैसेंजर्स को बैठाने के बाद ही ऑटो की रफ्तार पकड़ती है। ऑटो भले ही पूरी तरह फुल हो, पर राह चलते भी ये पैसेंजर्स उठाने से बाज नहीं आते हैं। इस रूट में ऑटो में ओवरलोडिंग कॉमन हो चुकी है, पर ट्रैफिक पुलिस का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है।

शाम होते बढ़ जाती मनमानी

बिग बाजार के पास स्थित ऑटो स्टैंड में खड़े ऑटोवालों की मनमानी शाम होते ही बढ़ जाती है। दरअसल शाम में मार्केटिंग के लिए ज्यादा संख्या में लोग मेन रोड में पहुंचते हैं। ऐसे में जब इन्हें वापस लौटना होता है तो ऑटो वाले भाड़े को लेकर मनमानी शुरू कर देते हैं। इतना ही नहीं, पैसेंजर्स ऑटो के खुलने के इंतजार में आधा-आधा घंटे तक वहीं बैठे रहते हैं, क्योंकि शाम सात बजे के बाद ओवरलोडिंग के बगैर ऑटो खुलती ही नहीं है।