टोबैको के खिलाफ कई लेवल पर चलाया गया अवेयरनेस प्रोग्राम

PATNA: तंबाकू उत्पादों से दूर रहने के लिए नोडल ऑफिस ने पटना में अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया। नोडल ऑफिसर डॉ रजनीश बताते हैं कि ये अवेयरनेस कई स्तरों पर चलाया गया।

क्। ये अवेयरनेस प्रोग्राम स्कूलों में चलाया गया। पटना के ख्भ् स्कूलों में अवेयर किया गया। 9 एवं क्0 क्लास के बच्चे तंबाकू के प्रति ज्यादा आकर्षित होते पाए गए हैं, जो क्ब् से क्म् की एज के बीच के होते हैं, इसलिए स्कूलों में 9 वीं एवं क्0 वीं के स्टूडेंट्स को अवेयर किया गया।

ख्। पीएचसी में अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया गया, वहीं नर्सो से लेकर अन्य कर्मियों को तंबाकू उत्पादों से होनेवाले नुकसान से अवगत कराया गया।

फ्। 7फ् थानों के पुलिस अफसरों, कर्मियों को अवेयर किया गया है। कार्यशाला कर बताया गया कि कोटपा कानून क्या है। उसके उल्लंघन से सजा का क्या प्रावधान है। कानून को कैसे लागू करना है आदि। पुलिस अफसरों, कर्मियों को भी तंबाकू छोड़ने के लिए अवेयर किया गया।

ब्। पटना के 80 परसेंट प्राइमरी व मिडिल स्कूल को तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान घोषित करते हुए स्कूल के बाहर बोर्ड भी लगाया गया।

इनके बावजूद

इतने अवेयरनेस प्रोग्राम के बावजूद सच ये है कि तंबाकू उत्पादों की खपत बढ़ रही है। खैनी तो सबसे तेजी से पसरा है। सिगरेट और अन्य उत्पादों की बिक्री भी तेज है। कई बार अफसर से लेकर कर्मियों तक को तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल करते धड़ल्ले से देखा जाता है। कोटपा कानून की हवा निकालते कई बार अफसर भी दिख जाते हैं।