RANCHI : दो दिनों में दस बीएड कॉलेजेज का ताबड़तोड़ इंस्पेक्शन किए जाने के मामले में रांची यूनिवर्सिटी ने गवर्नर हाउस को जवाब भेज दिया है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशनकी ओर से बताया गया है कि बीएड कॉलेजेज को एफिलिएशन दिया जाए अथवा नहीं, इस सिलसिले में यूनिवर्सिटी की टीम ने बीएड कॉलेजेज का इंस्पेक्शन किया था। चूंकि, ये बीएड कॉलेज शहर के आसपास स्थित हैं, ऐसे में इंस्पेक्शन में किसी तरह की दिक्कतें नहीं आईं। इसके अलावा इंस्पेक्शन में सभी रूल्स एंड रेगुलेशंस फॉलो किए गए।

सीनेटर्स ने की थी शिकायत

बीएड कॉलेजेज को सेशन ख्0क्ब्-क्भ् के लिए एफिलिएशन दिए जाने को लेकर यूनिवर्सिटी की ओर से दो टीम बनाई गई थी। हर टीम में पांच-पांच मेंबर्स थे। इस साल ख्0-ख्क् अप्रैल को दोनों टीमों ने दस बीएड कॉलेजेज का इंस्पेक्शन करने के बाद अपनी रिपोर्ट यूनिवर्सिटी को सौंप दी थी। दो दिनों में क्0 बीएड कॉलेजेज का इंस्पेक्शन किए जाने के बाबत सीनेटर्स प्रतुल शाहदेव ने आरटीआई दाखिल कर जानकारी मांगी थी। इसके बाद इन्होंने इसकी शिकायत गवर्नर हाउस में की थी। सीनेटर्स की शिकायत की बेसिस पर ही गवर्नर हाउस ने रांची यूनिवर्सिटी को जवाब देने को कहा था कि आखिर कैसे दो दिनों में दस बीएड कॉलेजेज का इंस्पेक्शन संभव हो पाया।

इन कॉलेजेज का हुआ था इंस्पेक्शन

आरयू की टीम ने ख्0 अप्रैल को

संघमित्रा कॉलेज चुटूपालू, सीआइटी बीएड कॉलेज टाटीसिल्वे, जयपुरिया बीएड कॉलेज अनगड़ा, मोतीराज बीएड कॉलेज ओरमांझी और जेडी नेशनल कॉलेज अनगड़ा का इंस्पेक्शन किया था, जबकि ख्क् अप्रैल को अभिराम बीएड कॉलेज कुडू, पटेल बीएड कॉलेज कर्रा, मदर जीरामनी बीएड कॉलेज ओरमांझी, एएन घोष बीएड कॉलेज कांके और शेख भिखारी बीएड कॉलेज सुतियांबे का इंस्पेक्शन हुआ था। दो दिनों में दस कॉलेलेज का इंस्पेक्शन किए जाने पर सीनेटर्स ने सवाल उठाया था।