नवाबगंज नरसंहार में जीवित बचे परिजनो ने जताई आशंका

शहर में सुरक्षित स्थान पर आवास मुहैया कराने को लिखा पत्र

ALLAHABAD: नवाबगंज के जूड़ापुर में 24 अप्रैल को पति-पत्‍‌नी व दो बेटियों की रेप के बाद हत्या में बचे परिजनों ने शासन से सुरक्षा मांगी है। मृतक मक्खन लाल की बेटी बबिता गुप्ता ने शासन को पत्र लिखकर चार मागें रखी हैं। आशंका जताई है कि जिंदा बचे भाई-बहन को भी मारा जा सकता है। इसलिए जरूरी है कि उनकी मांगों को मान लिया जाय। चेतावनी दी है कि अभी पत्र टाइप कराया जा रहा है, मागें नहीं मानी गई तो खत खून से लिखा जाएगा।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले मुकदमा

शासन को लिखे पत्र में बबिता ने कहा है कि जिस प्रकार दिल्ली में निर्भया कांड के आरोपियों पर त्वरित कार्रवाई हुई वैसी ही कार्रवाई यहां भी होनी चाहिए। आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए ताकि उन्हें जल्द से जल्द सजा दी जा सके। उसने आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की। बबिता ने कहा कि अभी तक प्रशासन की ओर से संतुष्ट कर देने वाली कोई बात नहीं सामने आयी है। इसलिए पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। बबिता ने कहा कि अगर शासन ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया और उनके साथ भी उसी प्रकार भयावह घटना हुई तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? इस स्थिति में बेहतर होगा कि उसे और भाई रंजीत को मृत्यु दंड का आदेश दे दिया जाए।

बबिता की मागें

गांव से हटकर शहर में आवास दिया जाय

एक करोड़ रुपए की आर्थिक प्रदान की जाय

उसे और भाई रंजीत को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाय

प्रशासन की ओर से भाई-बहन को सुरक्षा दी जाए

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केशव पहुंचे शहाबपुर, कहा, सरकार पीडि़तों के साथ

उप मुख्यमंत्री ने पीडि़तों से की मुलाकात, दिलाया हर संभव मदद का भरोसा

ALLAHABAD: नवाबगंज थाने के शहाबपुर गांव हत्याकांड के पीडि़तों को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से आठ लाख रुपए देने की घोषणा की है। गुरुवार को लाव लश्कर के साथ पीडि़तों से मिलने पहुंचे केशव प्रसाद ने कहा कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नही जाएगा। कहा कि दु:ख की घड़ी में सरकार पीडि़तों के साथ है।

निष्पक्ष होगी घटना की जांच

रविवार की देर रात शहाबपुर के मक्खनलाल गुप्ता के साथ उनकी पत्‍‌नी और दोनों बेटियों की हत्या कर दी गई थी। बेटियों के साथ अपराधियों ने रेप को भी अंजाम दिया था। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद मक्खनलाल के बेटे रंजीत और बेटी बबिता बच निकले। वह दोनों घटना के दौरान घर पर मौजूद नही थे। गुरुवार को उनसे मिलने पहुंचे उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार घटना को लेकर संवेदनशील है और जांच निष्पक्ष तरीके से कराई जाएगी। लापरवाही करने वाले एसओ और सिपाहियों को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। आर्थिक मदद के अतिरिक्त नौकरी आदि के बारे में समीक्षा की जाएगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नामजद अभियुक्त अरेस्ट हो चुके हैं लेकिन असली अपराधी गिरफ्तार हों, इसके लिए पुलिस लगी हुई है। कहा कि इस घटना को लेकर मैं पीड़ा महसूस कर रहा हूं।

पुलिस नाकाम रही तो CBI जांच

उधर, गुरुवार को सर्किट हाउस में रंजीत और बबिता से मिलने पहुंचे सांसद श्यामाचरण गुप्त ने दोषियों को सजा दिलाने के लिए आईजी से वार्ता की। कहा कि सही अपराधियों का पकड़ा जाना व जघन्य अपराध में उनको सजा दिलाना नितांत आवश्यक है। यदि पुलिस मामले का खुलासा नही करती तो पीएम और सीएम से मुलाकात कर सीबीआई जांच कराने की मांग की जाएगी।

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कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने किया दौरा

जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्याम सुंदर शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने शहाबपुर गांव का गुरुवार को दौरा किया। कांग्रेसियों ने घटना की निंदा करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से पीडि़तों को मुआवजा, सरकारी नौकरी और आवास दिए जाने की मांग की। विजय मिश्रा, अर्जुन रावत, श्यामू, अंकित शर्मा, बचऊ पाल, मनोज कुमार आदि ने गांव में पुलिस चौकी स्थापना की मांग की।