- छह माह में एक भी हैंडपंप नहीं हो सका रिबोर

- जलकल बार-बार लिख रहा जल निगम को पत्र

- पांच ट्यूबवेल लगाने का भी कार्य अभी तक है अधूरा

GORAKHPUR: कर्मचारियों की कमी के चलते नगर निगम ने शहर में नए हैंडपंप लगाने और रिबोर करने की जिम्मेदारी जल निगम को सौंपी थी। लेकिन छह माह बीतने के बाद भी सिर्फ करीब दो दर्जन हैंडपंप ही लग पाए हैं, वहीं मात्र दस हैंडपंप को ही रिबोर किया गया है। जल निगम की लापरवाही का आलम ये है कि इस कार्य को लेकर तीन बार जलकल, विभाग को रिमाइंडर पत्र लिख चुका है, जल निगम के जिम्मेदार इस संबंध में कोई जवाब नहीं दे रहे हैं।

500 हैंडपंप पड़े हैं खराब

बता दें, छह माह पहले जिला योजना समिति के तहत शहर में नए हैंडपंप लगाने और रिबोर करने का कार्य जल निगम को मिला था। लेकिन कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। जल निगम की इस लापरवाही के कारण शहर के बाहरी एरिया में पानी की प्रॉब्लम खड़ी हो गई है। जलकल के आंकड़ों के अनुसार शहर के 68 प्रतिशत एरिया में पाइप लाइन से पानी सप्लाई होती है। शेष 32 प्रतिशत एरिया में पानी के लिए जलकल विभाग की ओर से इंडियामार्का हैंडपंप लगाए गए हैं। जलकल के आंकड़ों की मानें तो शहर में पानी सप्लाई के लिए कुल 3975 इंडियामार्का हैंडपंप लगे हैं। जो गर्मी के मौसम के बाद बड़ी संख्या में खराब हो जाते हैं। इस बार गर्मी का मौसम बीतते-बीतते लगभग 500 हैंडपंप खराब हो गए थे। इनमें सबसे अधिक बिछिया, सेमरा, नौसड़, नंदानगर, सिधारीपुर, रसूलपुर, नया गांव, लच्छीपुर, विकास नगर, जंगल नकहा, रामनगर और रामजानकी नगर एरिया के हैं।

जलकल ने जताई नाराजगी

जलकल जीएम अमरनाथ श्रीवास्तव ने बताया कि जिला योजना समिति के तहत शहर में 200 नए हैंडपंप लगाने थे और 300 हैंडपंप को रिबोर होना था। साथ ही दो नए ट्यूबवेल लगाने थे और दो पुराने ट्यूबवेल को रिबोर करना था। इस कार्य की जिम्मेदारी जल निगम को दी गई थी। इसमें जलकल को केवल जगह बतानी थी, लेकिन अभी तक एक भी ट्यूबवेल जल निगम की तरफ से नहीं लगाया गया है। जबकि कई एरियाज में नए ट्यूबवेल की जरुरत है और रिबोर भी करना है। उन्होंने बताया कि अभी तक एक दर्जन से अधिक एरियाज में पानी के लिए हंगामा हो चुका है।

वर्जन

जल निगम को रिमाइंडर पत्र लिखा गया है। फिर से हैंडपंप और ट्यूबवेल के कार्य में तेजी लाने को कहा गया है। पब्लिक का हम लोगों पर बहुत अधिक दबाव पड़ रहा है।

- अमरनाथ श्रीवास्तव, जीएम जलकल