बादशाही मंडी स्थित हनुमान मंदिर की मूर्ति में बनीं आंख से आंसू निकलने की बात सुन उमड़े भक्त

मंदिर का कपाट खोलते ही शोर मचा कर पुजारी ने फैलाई हनुमान की आंख से आंसू गिरने की खबर

मंदिर पहुंचे तमाम लोग देर शाम तक करते रहे तरह-तरह की चर्चा

ALLAHABAD: इसे अंध विश्वास कहें या कोई तमत्कार अथवां अफवाह। शनिवार को पुजारी राज भवन पांडेय ने बादशाही मंडी स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का कपाट खोला तो देखा कि मूर्ति में बनी आंख से पानी बह रहा है। यह देखते ही वह शोर मचाते हुए कहने लगे कि चमत्कार हो गया, पवनसुत की आंखों से आंसू निकल रहे हैं। उसकी बात सुनते ही मंदिर में लोगों की कतार लगते बेर नहीं लगी। वहां पहुंचे लोगों में जितने मुंह उतनी तरह की बातें देर शाम तक चर्चा का विषय बनी रहीं।

35 वर्ष पुरानी है मंदिर

बादशाही मंडी पुलिस चौकी के समीप स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर 35 वर्ष पुरानी है। पुजारी राज भवन पांडेय रोज की तरह शनिवार को भी सुबह सात बजे पूजा करने पहुंचे तो उन्हें मूर्ति पर पानी की कुछ बूंदें दिखाई दीं। पुजारी ने दावा कि करीब से देखने पर ऐसा अहसास हुआ मानों हनुमान जी की मूर्ति से आंसू निकल रहे हों। यह खबर बात वायरल हुई तो लोकनाथ चौराहे से लेकर शाहगंज तक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। इसे कोई अफवाह तो कुछ ऐसे भी थे जो चमत्कार अथवां प्राकृतिक आपदा आने का संकेत कहने से खुद को नहीं रोक सके।

सेल्फी लेने व दर्शन की लगी होढ़

हनुमानजी के आंखों से आंसू की खबर सुनते ही मंदिर में लोगों का तांता लग गया। बड़े बुजुर्गो से लेकर महिलाओं और युवाओं ने हनुमानजी को फूलमाला चढ़ाना शुरू कर दिया। धक्कामुक्की के बीच कई लोग मेाबाइल में सेल्फी लेने में जुट गए। पूरा क्षेत्र जय श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। शनिवार का दिन होने की वजह से सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ भी लोगों ने खूब किया।

वर्जन

मूर्ति पर यदि कोई केमिकल लगा दिया जाए और उसमें अचानक तेज हवा लगे पर भी ऐसा हो सकता है। लेकिन एक बार मूर्ति को पोछने की परमीशन दी जाती तो यह पता चल सकता था कि बूंद का आकार कितनी देर तक रूक रहा है। तब सही स्थिति का पता चल जाता। अगर लगातार आंसू निकलने का दावा किया जा रहा है, तो इसकी जांच भी होनी चाहिए।

प्रो। प्रकाश सिन्हा, एनसेंट हिस्ट्री, कल्चर एंड आर्कियोलॉजी डिपार्टमेंट, एयू