मैं भी भारत रत्न का हकदार

ओलंपिक में तीन बार गोल्ड पर कब्जा जमाने वाले हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर का मानना है कि उन्हें भी भारत रत्न से नवाजा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए एक खिलाड़ी, कप्तान, कोच, मैनेजर और खेल प्रशासक के रूप में उनके काम को देखा जा सकता है. इस हॉकी खिलाड़ी ने कहा कि वह इस उपेक्षा से आहत हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें जीतेजी भारत रत्न मिलने की उम्मीद रखते हैं.     

बीते वक्त की याद में आए आंखों में आंसु

बलबीर सिंह सीनियर जब इस बारे में बात कर रहे थे तो बात करते-करते अचानक उनकी आंखों में आंसु आ गए. दरअसल वह अपने दोस्त रामस्वरूप को याद करके रो पड़े. उन्होंने कहा कि राम स्वरूप कहता था कि यह कलयुग है सतयुग नही. इसलिए अपने अचीवमेंट्स को खुद से गिनाना पड़ता है. लेकिन मुझे अपना गुणगान करना नही आता है.

बेटी ने कहा मोदी करें इंसाफ

इस पूर्व हॉकी खिलाड़ी की बेटी सुशबीर कौर ने कहा कि उनके पिता ने हिस्ट्री क्रिएट की है और वह अन्य लोगों से ज्यादा भारत रत्न के अधिकारी हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह सिस्टम ट्रांसपेरेंट होना चाहिए और उन्हें नरेंद्र मोदी से इंसाफ की दरकार है. सुशबीर कौर ने कहा उनके पिता पिछले 62 सालों से इंतजार कर रहे हैं.

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