- एनएच-29 पर बलुआ में स्थित है प्रसिद्ध शिव मंदिर

- सावन में मंदिर पर श्रद्धालुओं की उमड़ती है भीड़

KAURIRAM: राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 29 पर बलुआ में बाबा बालेश्वरनाथ का मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है। सावन मास के शुरू होते ही मंदिर पर आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है। मान्यता है कि बाबा सबकी मुराद पूरी करते हैं। सावन में जलाभिषेक के साथ ही यहां कार सेवा के लिए भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

यह है मान्यता

लोक मान्यता है कि पूर्व में यह क्षेत्र वन से आच्छादित था। आवागमन के रूप में बैलगाड़ी ही साधन था। एक बार बगल के गांव का व्यापारी देर रात बाजार से सामान लादकर बैलगाड़ी से लौट रहा था। बलुआ में वन क्षेत्र के बीच में उसकी गाड़ी गड्ढे में फंस गई। कठिन परिश्रम के बाद किसी तरह वह अपनी गाड़ी को निकालकर घर पहुंचा और सो गया। रात्रि में उसे स्वप्न आया कि भगवान शंकर उससे कह रहे हैं कि भक्त तुम्हारी गाड़ी का जहां पहिया फंसा था, वहां खुदाई करवाओ। वहां मेरा मेरा शिव लिंग के रूप में निवास है। जो भी भक्त उक्त स्थल पर स्थित मेरे शिवलिंग की पूजा अर्चना करेगा उसका कभी अमंगल नही होगा। लोग मुझे बाबा बालेश्वर नाथ के नाम से जानेंगे। व्यापारी ने वहां खुदाई कराई। फावड़ा शिवलिंग से टकराया तो खून की धारा बह निकली। श्रमिक डरकर भाग गए। जाकर गांव में सूचना दी। इसके बाद से ही यहां लोग पूजा-पाठ करने लगे।

बनवाया भव्य मंदिर

बाद में वहां भक्तों ने भगवान शिव का भव्य मंदिर बनवाया। मान्यता है कि बाबा बालेश्वर नाथ के मंदिर में जो भी श्रद्धा से जलाभिषेक करता है और शीश नवाता है उसकी समस्त मन्नतें पूरी होती हैं। वर्तमान समय में स्थानीय ग्रामीणों और व्यापारियों के सहयोग से बाबा बालेश्वर नाथ के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। बगल में बजरंग बली का मंदिर भी स्थित है। जहां श्रद्धालु श्रद्धा के साथ सिर झुकाते है। मंदिर के बगल में भव्य रामजानकी मंदिर है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुमन सिंह ने अपने कार्यकाल में मंदिर के पास धर्मशाला का निर्माण करवाया। वर्तमान समय में वहां स्थानीय भक्तों के सहयोग से भव्य धर्मशाला का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि श्रावणमास में प्रतिदिन यहां सैकड़ों की संख्या में भक्ता जलाभिषेक करते हैं।

सरयू से लेते हैं जल

मंदिर आने वाले कांवरिए मंदिर से तीस किमी दूर परम पावन सलीला मां सरयू के बड़हलगंज स्थित घाट से जल भरकर बाबा बालेश्वर नाथ का जलाभिषेक करते हैं और पुण्य के भागी बनते हैं। इसके अतिरिक्त पूरे वर्ष प्रतिदिन श्रद्धालु बाबा के दरबार में माथा टेकते हैं। प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर यहां पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता है।