- बालिका दे रही सुसाइड की धमकी

- प्रबंधन को करनी पड़ रही विशेष निगरानी

देहरादून। बालिका निकेतन पहुंची एक बालिका द्वारा लगातार सुसाइड की धमकियों से यहां का स्टाफ इन दिनों दहशत में है। बालिका अपना घर छोड़कर भागी थी, जो अब बालिका निकेतन में रह रही है, वह घर नहीं लौटना चाहती। ऐसे में वह बार-बार धमकी दे रही है कि अगर उसे जबरन घर भेजा गया तो वह सुसाइड कर लेगी। इसके चलते मैनेजमेंट की रातों की नींद उड़ी हुई है, बालिका पर चौबीस घंटे विशेष नजर रखी जा रही है।

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कोर्ट ने भेजा था बालिका निकेतन

बालिका निकेतन में रह रही 15 वर्षीय बालिका ने बताया कि उसके पिता ने दूसरी शादी की हुई थी और उसकी मां अक्सर हाथ-पैर बांधकर उसकी पिटाई करती थी। बालिका डरी हुई थी और बार-बार दोहरा रही थी कि उसे अब मम्मी के पास वापस नहीं जाना है। उसने यह भी आरोप लगाए हैं कि मोहल्ले के एक बुजुर्ग और उसके बेटे ने उसके साथ रेप किया। एक सप्ताह पहले बालिका तड़के सवेरे घर से भागकर हरिद्वार पहुंच गई।

खुद पर कैरोसिन छिड़क गई थी कोर्ट

न्याय के लिए बालिका ने हरिद्वार स्थित रोशनाबाद स्थित कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। वह अपने शरीर पर कैरोसिन छिड़क कर कोर्ट पहुंची ताकि जज उसे जबरन घर वापस न भेज दें। जज ने बालिका का मामला सुना और उसे बालिका निकेतन भेज दिया गया। अब यहां भी बालिका धमकी दे रही है कि अगर उसे घर वापस भेजा गया तो वह सुसाइड कर लेगी।

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प्रबंधन रख रहा विशेष नजर

बालिका निकेतन में रहने वाली यह बालिका वहां एडजेस्ट नहीं कर पा रही है। उसका कहना है कि यहां दूसरी लड़कियां उससे बात नहीं करती। ऐसे में वह शिशु निकेतन में बच्चों के बीच में ही बैठी रहती है। बालिका ने बताया कि उसके साथ हुए हादसे के बाद से उसे किसी पर भी विश्वास नहीं होता। बताया कि पुलिस वाले भी रेप करने वालों के साथ मिले हुए थे, ऐसे में उसका किसी ने साथ नहीं दिया। हालांकि प्रबंधन पूरी कोशिश कर रहा है कि बालिका को एडजेस्ट कराया जाए।

स्टाफ की कमी से दिक्कत

शिशु और बालिका निकेतन में स्टाफ की कमी है। ऐसे में बच्चों पर पूरा ध्यान दिया जाना मुश्किल है। जबकि यहां दिन और रात के अलग-अलग केयर टेकर होते हैं। रसोई में भी स्टाफ की कमी है। स्टाफ की कमी की वजह से बच्चों का पूरी तरह से ख्याल रख पाना मुश्किल हो रहा है।