जून 2011 का है मामला

लास्ट ईयर जून में सीबीआई को कंप्लेन मिली थी कि पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के महामंत्री और योगगुरु रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण मूल रूप से नेपाल के निवासी हैं और उन्होंने इंडिया में फेक डॉक्यूमेंट्स के जरिए पासपोर्ट बनाया हुआ है। वर्ष 1997 में बरेली उत्तर प्रदेश के पासपोर्ट कार्यालय से बने पासपोर्ट में बालकृष्ण ने अपना पता हरिद्वार का बताया था। आचार्य ने यूपी बुलंदशहर के खुर्जा श्री राधाकृष्ण संस्कृत महाविद्यालय से आचार्य की डिग्री की इसमें जानकारी दी।

सीबीआई से चल रही जांच

सीबीआई ने इस चर्चित मामले की जांच बीते वर्ष सितंबर में जांच शुरू की थी। आचार्य को पूछताछ के लिए सीबीआई के कार्यालय बुलाया गया और उनसे काफी लंबी पूछताछ भी की गई। बाद में सीबीआई ने उनके जन्म के संबंध में हरिद्वार नगर निगम के आफिस में मौजूद दस्तावेज खंगाले। जहां जन्म तिथि और जन्मस्थल का कोई रिकॉर्ड नहीं मिल सका। बल्कि, नेपाल में उनके मूल निवास व परिवार के लोगों का पता चल गया। उनके सभी शैक्षिक प्रमाण पत्र भी फेक पाए गए।

कोर्ट में दाखिल हुई चार्जशीट

लगभग एक साल तक चली जांच के बाद आखिरकार सीबीआई ने ट्यूजडे को आचार्य बालकृष्ण के विरुद्ध आइपीसी की धारा-120 (बी), 420, 468, 471 (षडय़ंत्र, धोखाधड़ी, फर्जी और कूटरचित दस्तावेज बनाने) और 12 पासपोर्ट अधिनियम के अंतर्गत सीबीआई विशेष मजिस्ट्रेट योगेंद्र कुमार सागर की अदालत में आरोप-पत्र दाखिल कर दिया। बालकृष्ण के साथ श्री राधाकृष्ण संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य नरेश चंद्र द्विवेदी पर आइपीसी की धारा-120 (बी), 420, 468, 471 में चार्जशीट दाखिल की गई है।

प्राचार्य भी हैं फर्जी खेल में शामिल

बालकृष्ण के साथ इस पूरे मामले में फंसे श्री राधाकृष्ण संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य नरेश चंद्र द्विवेदी के घर सीबीआई ने छापा मारा था। जहां से 11 लोगों की डिग्रीयां मिली थीं। जांच में सात डिग्रीयां फर्जी पाई गई। यहीं से सीबीआई ने मामले में द्विवेदी की भूमिका संदिग्ध मान ली। उन्हें सीबीआई जल्द ही अरेस्ट कर सकती है।

सीबीआई ने शुरू की एक्सरसाइज

चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब आचार्य बालकृष्ण की अरेस्टिंग के लिए सीबीआई ने एक्सरसाइज करना शुरू कर दिया है। आचार्य ने पिछले वर्ष हाईकोर्ट से जांच पूरी होने तक गिरफ्तारी से बचने को स्टे ले लिया था। हाईकोर्ट ने चार्जशीट दाखिल ना होने तक आचार्य को अरेस्ट स्टे दिया था। लेकिन अब चार्जशीट दाखिल होने के बाद स्टे स्वत: कैंसिल हो चुका है। सीबीआई की एक टीम हाईकोर्ट रवाना हो चुकी है। माना जा रहा है कि सीबीआई कोर्ट से वारंट लेकर जल्द ही बालकृष्ण को अरेस्ट कर सकती है।