- मैगी मसाला में मोनो सोडियम ग्लोटामेट (लेड) की मात्रा ज्यादा होने से यूपी में लगा बैन

- डॉक्टर ने कहा लेड स्वास्थ्य के लिए है बेहद खतरनाक, मैगी की बिक्री पर भी पड़ा असर

PATNA: अब टू मिनट्स में मैगी तैयारये ऐड काफी पॉपुलर हुआ था। सुबह व शाम के वक्त ब्रेक फास्ट से लेकर बच्चों के लंच बॉक्स में भी मैगी दिखने लगा था। पटना के बेड़ बाजार पर इसका राज है, लेकिन जब से ये बात सामने आई है कि मैगी में लेड यानी शीशा भी होता है तब से पटना की मम्मियां काफी डरी हुई है। आखिर सवाल उनके लाडले और लाडली की सेहत से जुड़ा है, उधर यूपी में लगे बैन के बाद ये और पुख्ता हो गया। पटना की शायद ही कोई किराना दुकान हो जहां आपको मैगी न दिखे। आशियाना नगर में किराने की दुकान वर्षो से चला रहे दुकानदार नवल कुमार ने आई नेक्स्ट को बताया कि मैगी की बिक्री पर बड़ा असर हुआ है। वे पहले फ्00 रुपए की मैगी हर दिन बेच लिया करते थे लेकिन अब क्00 रुपए की बिक्री भी नहीं हो रही है। लोग डरे हुए हैं। हालांकि पटना में आईमार्ट चलानेवाले नवीन कुमार इसे खारिज करते हैं। वे कहते हैं कि मैगी के बारे में जो कहा जा रहा है उसका कोई असर बिक्री पर नहीं दिख रहा है। नवीन कहते हैं कि पहले फ्,000 रुपए की मैगी बेचते थे अब चार हजार की बेचते हैं। यानी बिक्री बढ़ गई है। राजीव नगर के दुकानदार विजय कुमार कहते हैं कि हमने आज ही डिस्ट्रीब्यूटर से इसकी शिकायत की है कि ऐसी बात मैगी के बारे में कही जा रही है। जवाब में डिस्ट्रीब्यूटर न कहा है कि कंपनी अपने स्तर से इससे निबट रही है।

मैगी पर कोई असर नहीं

सूत्र बताते हैं कि पटना में मैगी के चार डिस्ट्रीब्यूटर हैं। एक डिस्ट्रीब्यूटर श्री मां डिस्ट्रीब्यूटर से जब आई नेक्स्ट की बात हुई तो उन्होने बताया गया कि मैगी की खबत पर कोई असर नहीं हुआ है। पहले जितनी बिक्री थी अब भी उतनी ही है।

एमएसजी क्या है

मैगी में इसके होने की बात सामने आने के बाद लोग चौकन्ने हो गए हैं। एमएसजी एक तरह का कैमिकल एसिड है जो टेस्ट बढ़ाने के लिए यूज किया जाता है। एमएसजी वाली मैगी से बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। हर्ट बीट बढ़ाने से लेकर पसीना आने, सिरदर्द एवं हाई ब्लड प्रेसर तक हो सकता है। इंडिया, आस्ट्रेलिया सहित कई देशों में ये बैन है।

ई-म्फ्भ् क्या है

ये स्वाद बढ़ाने वाला नॉन वेज कैटेगरी का एसिड है। ये जानवरों के मां और मछली के एंजाइम या चर्बी के मिश्रण से बनता है। कई बार बैक्टीरिया का यूज भी इसमें होता है। ये यूमामी टेस्ट देता है। यानी मीठा, नमकीन खट्टा और तीखे टेस्ट के अलावा पांचवां टेस्ट। ये दुनिया का सबसे पोपुलर टेस्ट है। मैगी के पैकेट के पीछे भी म्फ्भ् लिखा मिलता है।

मैगी को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। ऐसे में आप होटलों में दूसरे नूडल्स खा सकते हैं। ये नूडल्ड स्थानीय स्तर पर तैयार होते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि ऑर्डर करते समय ही कह दें कि इसमें अजीनो मोटो ना डालें। आप मशरूम के आइटम भी खा सकते हैं जो काफी हेल्दी भी है।

- मंसूल आलम, शेफ, गुस्तासो

लेड बॉडी के लिए पॉइजन है। इसकी ज्यादा मात्रा बॉडी में चली गई तो किडनी फेल होने का खतरा तक हो सकता है। बच्चों की यादाश्त वीक हो सकती है। नर्वस सिस्टम पर बुरा असर पड़ सकता है। हड्डियों और मांसपेशियों का डेवलपमेंट रूक जाएगा, कंस्ट्रेशन घट जाएगा।

डॉ। जे डी सिंह, सर्जन, पीएमसीएच