छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : टाटा मेन हॉस्पिटल के डाक्टर प्राइवेट क्लीनिक में 4 दिन और प्राइवेट प्रैक्टिस कर लें। 15 अप्रैल के बाद से उनकी मोटी कमाई का जरिया बंद हो जाएगा। दरअसल, टीएमएच में 15 अप्रैल से प्राइम सेवा शुरू हो रही है। इसके तहत टीएमएच में बाहरी पेशेंट्स को भी ओपीडी की तर्ज पर ट्रीटमेंट की सुविधा मिलेगी। प्राइम सेवा शाम साढ़े 6 बजे से रात 9 बजे तक टीएमएच और सभी 6 टीएमएच क्लीनिक में चालू रहेगी। प्राइम सेवा को कारगार बनाने के लिए ही टीएमएच के डॉक्टर्स की प्राइवेट प्रैक्टिस पर 15 अप्रैल से रोक लगा दी गई है।

दे दी गई है जानकारी

सभी डॉक्टर प्राइम सेवा में अपना योगदान देंगे। सभ डॉक्टरों को हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने निजी तौर पर यह सूचना दे दी है कि कौन सा डॉक्टर कब, कहां अपनी सेवा देगा। प्राइम सेवा शुरू होने में अब केवल 4 दिन शेष रह गए हैं। इस पॉलिसी को जानने के लिए डॉक्टरों को एसएपी (सेप) एचआर के पोर्टल पेज के जरिये भी दी जा रही है।

तय कर दी है फीस

बता दें कि प्राइम सेवा में सीनियर डॉक्टर का फीस 500 रुपये और जूनियर डॉक्टर का फीस 300 रुपये तय किया गया है। अपने फीस का तीस फीसद डाक्टरों को टीएमएच के एकाउंट में जमा कराना होगा। शहर में अभी करीब 35 सीनियर डाक्टर टीएमएच के बाहर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं।

हॉस्पिटल की बढ़ेगी कमाई

टीएमएच में शुरू हो रही प्राइम सेवा ओपीडी प्लाजा का ही विस्तृत स्वरूप है। वर्तमान में बाहरी पेशेंट्स को ओपीडी प्लाजा में आकर दिखाने की सुविधा दी गई है। हालांकि ओपीडी प्लाजा में सिर्फ गेस्ट्रोलॉजी और नेफ्रोलॉजी के ही स्पेशलिस्ट डॉक्टर अपनी सेवा देते हैं। हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कहना है कि पेशेंट्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्राइम सेवा शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इससे हॉस्पिटल की कमाई भी बढ़ेगी।

प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक से डॉक्टर नाराज

प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने से टाटा मेन हॉस्पिटल के कई सीनियर डाक्टर मैनेजमेंट से नाराज चल रहे हैं। एक डाक्टर ने तो मैनेजमेंट को अपना इस्तीफा भ सौंप दिया है। वह अभ नोटिस पीरियड में चल रहा है। चर्चा है कि प्राइम सेवा को प्रभवित करने के लिए कुछ और डाक्टर आने वाले दिनों में अपना इस्तीफा दे सकते हैं। चूंकि अभ डाक्टरों का अप्रेजल वर्क चल रहा है इसलिए कोई खलकर सामने नहीं आ रहा है।