देहरादून में बढ़ रहे हैं बैंक फ्रॉड के मामले
- दो महीने में दून में बैंक फ्रॉड के आए 7 मामले सामने
- बैंकों में अकाउंट खुलवाने के होती है जांच पड़ताल, फिर भी बढ़ रहे बैंक फ्रॉड के मामले
- नगर कोतवाली में 19.5 लाख और 8 लाख के फ्रॉड का मामला सामने आया
- फर्जी विक्रय पत्र बनाकर बैंक से लिया लोन
DEHRADUN:
दून में फर्जी विक्रय पत्र और फर्जी कागजात बनाकर लोन लेने के मामले दून में लगातार बढ़ते जा रहें हैं। साथ ही फर्जी तरीके से एटीएम और अकाउंट से रुपये निकालने के मामले भी कम नहीं हैं। फरवरी और मार्च में बैंक फ्रॉड के 7 मामले सामने आये हैं, जिसमें लाखों रुपये तक के फ्रॉड के मामले दर्ज किये गये है।
पुलिस ने शुरू की छानबीन
दून में फर्जी ढ़ंग से एटीएम और अकाउंट से रुपये निकालने के साथ ही फर्जी विक्रय पत्र के जरिए बैंक से लोन निकालने के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में क्7 मार्च ख्0क्ब् को सुरेश सेठ्ठी और नीलम सेठ्ठी नाम के दंपती ने फर्जी विक्रय पत्र दिखाकर राजपुर रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा से क्9.भ् लाख और 8 लाख का लोन लिया। जब उन्होंने ये लोन जमा नहीं किया तो बैंक मैनेजर ने नगर कोतवाली में ये मामला दर्ज करवाया। ऐसा ही एक मामला राजपुर रोड थाने में भी दर्ज हुआ, जिसमें बंद हुई बीमा पॉलिसी खुलवाने के नाम पर योगीराज शर्मा से 8 लोगों ने ब्फ् लाख से अधिक की धोखाधड़ी की। पुलिस ने आठों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
बैंकों पर उठ रहे सवाल
इस साल फरवरी और मार्च में अब तक ऐसे ही 7 मामले सामने आये हैं। इस तरह से मामले बढ़ने पर बैंकों की मंशा पर भी सवाल उठने लाजमी हैं। आखिर कैसे बिना कागजातों के छानबीन किये बैंक लोन दे रहे हैं। अब दून पुलिस भी इस ओर सख्ती दिखाते हुए बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों से छानबीन शुरू करने जा रही है।
- फरवरी और मार्च में बैंक फ्रॉड के मामले
दिनांक थाना धोखाधड़ी
ख्0 फरवरी बसंतविहार फ्ख्,9फ्,क्00 रु।
ख्ख् फरवरी राजपुर रोड म्क्,8भ्0 रु।
ख्फ् फरवरी डोईवाला फ्,00000 रु।
क्भ् मार्च पटेलनगर ख्9,000 रु।
ख्क् मार्च कोतवाली 77,भ्0,000 रु
ख्9 मार्च कोतवाली क्9.भ् लाख और 8 लाख
- दून में बढ़ रहे हैं फ्रॉड के मामले
कुछ समय से दून में धोखाधड़ी और फ्रॉड के मामले बढ़ते जा रहे हैं, पिछले साल दून जिले में ब्0म् धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए थे। धोखाधड़ी, बैंक फ्रॉड, लूट, चोरी, एटीएम और अकाउंट से धोखे से रुपये निकालने, जमीन की खरीद फरोख्त में धोखाधड़ी जैसे मामले दर्ज है। पुलिस इन मामलों को लेकर कार्रवाई भी करती है लेकिन ये मामले कम होते नहीं दिख रहे हैं।
- बैंक से लोन निकालना आसान नहीं है, इसके लिए कई प्रक्रिया बैंक द्वारा पूरी की जाती हैं। ऐसे में बैंक बिना विक्रय पत्रों की जांच कर के लोन दे रहें हैं तो इसमें कहीं न कहीं बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों की गलति भी है पुलिस अब इन से भी छानबीन करने जा रही है।
- स्वीटी अग्रवाल, एसएसपी देहरादून