JAMSHEDPUR: इंडियन ओवरसीज बैंक के सीनियर मैनेजर शशि कुमार की पत्नी मंजू देवी और उसके पुत्र द्विज की हत्या की तफ्तीश को शुक्रवार को सिटी एसपी प्रशांत आनंद के नेतृत्व में पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची। शुक्रवार को पुलिसकर्मियों ने हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार की बरामदगी की आशंका में जंगल को छान मारा, लेकिन कुछ नहीं मिला। फ्लैट के आस-पास भी तलाशी अभियान भी चला गया। आस-पड़ोस के लोगों, बैंक अधिकारी शशि प्रसाद, उनके रिश्तेदार और नजदीकी लोगों का बयान लिया गया। शशि कुमार ने फिर कहा कि उनकी दुश्मनी किसी से नहीं है। गुरुवार को फ्लैट की बालकनी के सामने चाहरदीवारी से सटे जंगल के जिस क्षेत्र से खून लगा ग्लब्स बरामद किया गया था,

अलमारी पर लगा था खून

उधर बैंक मैनेजर ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसके के अनुसार उलीडीह के डिमना रोड स्थित डी चौधरी मधुसूदन काम्पलेक्स के ई ब्लाक के क्0भ् नंबर फ्लैट के जिस कमरे में मंजू और द्विज का शव बेड पर पड़ा हुआ था, उस कमरे में रखी अलमारी पर खून लगा था। दरवाजे खुले हुए थे। अलमारी में चाभी लगी हुई थी। अलमारी में रखे कुछ शर्ट गायब थे। शशि ने मुंबई में सेल से पांच-छह शर्ट खरीदे थे। घर में जितने आभूषण थे, कुछ माह गिरीडीह स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकर में आभूषण को रखवा दिया गया था। अलमारी में और क्या आभूषण थे, शशि को याद नहीं है।

ख्0क्भ् में हुआ था ट्रांसफर

शशि ने प्राथमिकी में बताया है कि वह पहले जमशेदपुर में इंडियन ओवरसीज बैंक की मानगो शाखा में कार्यरत थे। जून ख्0क्भ् में प्रमोशन मिलने के बाद सीनियर मैनेजर सह ऑडिटर बनकर कोलकाता गये। बैंक की शाखा कोलकाता के साल्ट लेक सिटी में है। वह हर क्भ् दिनों पर पत्‍‌नी और बेटे से मिलने को जमशेदपुर आते थे। इस दौरान घर में राशन का पूरा इंतजाम कर जाते थे। मानगो शाखा में रहने के दौरान बैंक के अधिकारी आदित्य महेश्वरी से उनकी करीबी मित्रता रही। उन्होंने क्भ् नवंबर की सुबह आठ बजे पत्‍‌नी मंजू को फोन किया। पत्‍‌नी ने कहा कि फोन खराब है। बेटे द्विज को स्कूल पहुंचाने वाले मारुति वैन के चालक का फोन नहीं लग रहा है। उसे फोन कर बता दें कि बेटे को स्कूल पहुंचा दे। उन्होंने चालक को फोन कर इसकी जानकारी दी। चालक ने बेटे को स्कूल पहुंचा दिया।

क्म् को फोन नहीं उठाया था

दूसरे दिन क्म् नवंबर को सुबह पत्‍‌नी को फोन किया, लेकिन पत्‍‌नी ने फोन नहीं उठाया। परेशान होने के बाद इसकी जानकारी आदित्य महेश्वरी को दी। उन्हें घर जाकर देखने को कहा। आदित्य उनके फ्लैट पर सुबह, दोपहर और शाम को तीन बार फ्लैट गया। फ्लैट के बाहर ताला लगा हुआ था। उनके कहने पर ही आदित्य फ्लैट की बालकनी की ओर गये और सीढ़ी लगाकर आउट डोर से कमरे की ओर गये। वहां देखा कि हादसा हुआ है। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। क्7 नवंबर को पुलिस ने पत्‍‌नी और बेटे का शव बरामद किया।