-बैंक बंद होने के बाद मिला एसएमएस, टीचर्स व कर्मचारियों में नाराजगी

VARANASI

वेतनभोगी कर्मचारियों को पहली तारीख बेसब्री से इंतजार रहता है। कारण उन्हें उम्मीद होती है कि पहली तारीख को वेतन जरूर मिलेगा। वहीं माध्यमिक विद्यालयों के ज्यादातर शिक्षकों को खाते में वेतन जाने की सूचना बैंक बंद होने के बाद मिली। यहीं हाल महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के अध्यापकों व कर्मचारियों की रही। विद्यापीठ के टीचर्स व कर्मचारियों की माने तो उनके खाते में दोपहर तक वेतन नहीं आया था। इसके चलते कई अध्यापकों व कर्मचारियों को बैंक से बैरंग लौटना पड़ा। अध्यापकों व कर्मचारियों ने बताया कि परिसर स्थिति इलाहाबाद बैंक में पूछताछ करने पर बताया गया कि लिंक न मिलने के कारण खाते में वेतन स्थानांतरित नहीं हो सका है। ऐसे में अध्यापकों व कर्मचारियों को दो दिसंबर को आने का सुझाव दिया है। इसे लेकर अध्यापकों व कर्मचारियों में रोष भी देखा गया। उनका कहना है कि परिसर में बैंक की स्थापना अध्यापकों व कर्मचारियों के लिए की गई है। बावजूद अध्यापकों व कर्मचारियों को पैसा देने में बैंक हीलाहवाली कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत वीसी से भी की जाएगी। दूसरी ओर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को भी खाते में वेतन जाने का एसएमएस दोपहर बाद मिला। दूसरी ओर भीड़ के चलते ज्यादातर अध्यापक पैसा निकालने बैंक गए ही नहीं।