-विकास भवन स्थित बैंक आफ बड़ौदा की ब्रांच में है हजारों ग्राहकों के खाते

-घने इलाके में हैं बैंक, सुरक्षा को लेकर बहुत अधिक संजीदा नहीं है बैंक प्रबंधन

ALLAHABAD: शहर के सर्वाधिक व्यस्त इलाके में स्थित विकास भवन की बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में 15 हजार से अधिक ग्राहकों का बचत खाता है। यहां सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ लगी रहती है। जरा सी चूक करोड़ों की पूंजी और दर्जनों लोगों की जान को खतरे में डाल सकती है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने शुक्रवार को बैंक की सुरक्षा व्यवस्था का रियलिटी चेक किया।

बैंक एटीएम, 1.15 बजे

बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच विकास भवन की पहली मंजिल पर है। रिपोर्टर ने सीढ़ी चढ़ने से पहले बाई ओर स्थित एटीएम पर नजर डाली तो सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था। पूछताछ पर बताया गया कि एटीएम की कनेक्टिविटी खराब है, इसलिए गार्ड ऊपर सूचना देने गया है।

बैंक का एंट्री गेट, 1.20 बजे

पहली मंजिल पर स्थित बैंक के एंट्री गेट पर एक भी गार्ड मौजूद नहीं था। बाहर से कोई भी बिना रोक-टोक अंदर जा सकता था। अंदर जाने पर पता चला कि गार्ड एंट्री के भीतर साइड पर बैठता है और बिना आइडेंटिटी बताए किसी को अंदर नहीं जाने देता है। हालांकि कुछ देर बाद गार्ड अपनी सीट पर लौट चुका था।

बैंक मैनेजर के केबिन के सामने, 1.40 बजे

बैंक के भीतर आठ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो कोने-कोने का नजारा मॉनीटर पर दिखाते हैं। लेकिन, यह मानीटर मैनेजर के केबिन में रखा है और पिछले आठ माह से नए मैनेजर की नियुक्ति नहीं हुई है। ऐसे में रिपोर्टर ने खुद प्रभारी मैनेजर को मॉनीटर अपनी सीट पर रखवाने का सुझाव दिया। जिससे आउट साइडर्स की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।

यहां है सुधार की जरूरत

-बैंक कचहरी जैसे व्यस्त इलाके में स्थित है। यहां सुबह से शाम तक जाम लगा रहता है। अगर कोई घटना हुई तो पुलिस को पहुंचने में अधिक समय लग सकता है।

- विकास भवन में कर्मचारियों के अलावा आसानी से आउट साइडर्स आते-जाते हैं।

- बैंक में केवल दो गार्ड तैनात हैं। जिनमें से एक एटीएम पर तो दूसरा एंट्री गेट पर मौजूद रहता है। जबकि कस्टमर्स की भीड़ को देखते हुए अधिक गार्ड की जरूरत है।

बैंक में सुरक्षा के मानक

-कैश, ट्रेलर, एंट्री और शाखा प्रबंधक के कक्ष के आसपास सीसीटीवी लगाया जाना चाहिए।

- चार अलार्म, गनमैन की तैनाती के अलावा गेट के चैनल पर सिंगल एंट्री का प्रबंध किया जाना चाहिए।

- बैंक की सुरक्षा के साथ बैंक से निश्चित दूरी पर पुलिस की तैनाती सुनिश्चित होनी चाहिए।

हम लोग सुरक्षा को लेकर कोताही नहीं बरत रहे हैं। हमें जरूरत पड़ने पर हंड्रेड डायल की पूरी सुरक्षा दी जा रही है। सभी सीसीटीवी कैमरों की हर छह माह में जांच कराई जाती है। दो आ‌र्म्स गार्ड तैनात हैं जो सुरक्षा को लेकर मुस्तैद हैं। आने जाने वालों पर पूरी नजर रखी जा रही है।

-गुरु आशीष सिंह, प्रभारी मैनेजर, बैंक आफ बड़ौदा विकास भवन शाखा