-बारात की सीजन में मोहल्ले वालों को भी गलियों से निकलना होता है दूभर

-इमरजेंसी सेवाओं के लिए भी नहीं मिलता है रास्ता, जिम्मेदार जानकर भी अनजान

<द्गठ्ठद्द>

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ<द्गठ्ठद्दद्गठ्ठस्त्र> :

शहर की तंग गलियों में बने मैरिज हॉल स्थानीय लोगों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। सहालग के वक्त मैरिज हॉल वाले रोड से लोगों का निकलना भी दूभर हो जाता है। सड़क पर पार्किग होने से जबरदस्त जाम लगा रहता है, जिससे पैदल भी निकला मुश्किल हो जाता है। वहीं, देर रात तक तेज आवाज में बजने वाला डीजे चैन से सोने नहीं देते हैं। इतना ही नहीं मैरिज हॉल में कोई वाहन तक नहीं प्रवेश कर सकता है। खुदा न खास्ता कभी शॉर्ट सर्किट या किन्हीं वजहों से इन मैरिज हॉल में आग लग जाए, तो जानमाल की बड़ी हानि से इनकार नहीं किया जा सकता। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने वेडनसडे को जब शहर की तंग गलियों में बने मैरिज हॉल का रियलिटी चेक किया तो कुछ ऐसे ही भयावह हालात देखने को मिले।

50 मीटर की दूरी पर तीन मैरिज लॉन

मालियों की पुलिया रोड पर शुरुआत में ही एक मैरिज हॉल बना हुआ है। पचास मीटर अंदर तंग गली में एक साथ तीन मैरिज हॉल बने हुए है। जिसमें गुड मैरिज हॉल, एवान-ए-फरहत मैरिज हॉल और दोनों ही मैरिज हॉल के सामने बना हुआ है यादगार-ए-आमाद मैरिज हॉल बना हुआ है। इसमें किसी भी मैरिज हॉल के पास अपना पार्किंग नहीं है। फिर भी तंग गली में संचालित हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारात के सीजन में तीनों मैरिज हॉल में बारात होती है तो आम पब्लिक के लिए रास्ता ही बंद हो जाता है। क्योंकि एक साथ तंग गली में तीन बारात निकलने में भी समय लगता है।

पार्किंग के नाम पर रोड

इसाइयों की पुलिया के कटरा चांद खां रोड पर महज 50 मीटर की दूरी पर ही दो मैरिज हॉल बने हुए है। जिसमें श्री जानकी लॉन और दूसरा स्वदेशी मैरिज लॉन है। दोनों मैरिज हॉल के पास कोई पार्किंग के लिए ग्राउंड नहीं है, इसके बाद भी रोड पर पार्किंग कराकर मैरिज हॉल संचालित कर रहे हैं। दोनों ही मैरिज हॉल मोहल्ले और राहगीरों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं।

-----------

पब्िलक की बात

बारात के सीजन में तो इसाईयों की पुलिया तक आने में पसीना छूट जाता है। परेशानी तो बहुत होती है इस रास्ते से निकलने में, लेकिन कर भी क्या सकता हूं। अफसर भी कार्रवाई नहीं करते।

दीपक सिंह, कटरा चांद खां

---

रात को डीजे साउंड की तेज आवाज के कारण नींद नहीं आती है। शिकायत भी की अफसरों ने कार्रवाई का भरोसा दिया, लेकिन हुआ कुछ नहीं। डीजे के लिए मैरिज हॉल वालों पर समय की पाबंदी लगे।

दिवाकर, आजाद नगर

--

मालियों की पुलिया पर एक नहीं तीन-तीन मैरिज हॉल है। जब तीनों मैरिज हॉल में सीजन के समय बारात होती है तो आम पब्लिक को रास्ता नहीं मिलता है। इससे पब्लिक को परेशानी होती है।

जतन शाक्य, सैलानी

--

तंग गली में तो मैरिज हॉल नहीं होने चाहिए। इसके बाद अधिकांश मैरिज हॉल के पास अपनी पार्किंग नहीं है। अफसरों को इस पर कार्रवाई करना चाहिए। बगैर पार्किंग वालों का मैरिज हॉल बंद होना चाहिए।

योगेश कुमार, कटरा चांद खां