स्टूडेंट्स नहीं बना सकेंगे कॉपी में कोई खास चिह्न

यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए नई पहल

Meerut। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए इस बार विशेष कोडिंग वाली उत्तर पुस्तिकाओं का इस्तेमाल होगा। इसका उद्देश्य परीक्षा के दौरान होने वाली आंसरशीट को इधर-उधर करने से रोकना है ताकि नकल को पूरी तरह से रोका जा सके।

दर्ज होगा कॉपियों का नंबर

परीक्षाओं में उत्तर पुस्तिकाओं में गड़बड़ी को रोकने के लिए इस बार उपस्थिति पत्र पर छात्रों के हस्ताक्षर के साथ ही कॉपियों का क्रमांक भी अंकित किया जाएगा। इससे जहां छात्रों की कापियों को बदलने की संभावना जीरो हो जाएगी। वहीं कॉपियों का विवरण रखने में भी विभाग को काफी आसानी रहेगी।

ऐसे होता है खेल

नकल माफिया कॉपियों के जरिए बड़े पैमाने पर नकल करवाते हैं। सूत्रों के मुताबिक कई बार पूरी की पूरी कॉपियां ही बदल दी जाती हैं। बल्कि कॉपियों की कोई विशेष पहचान न होने से इन्हें पकड़ना भी आसान नहीं होता। चूंकि इस बार कॉपियों में बार कोड होने के चलते उन्हें बदलना नामुमकिन होगा वहीं एक कोड की एक ही कापी उपलब्ध हाे पाएगी।

नहीं बना पाएंगे चिह्मन

इस बार छात्र कॉपियों में खास चिंह नहीं बना पाएंगे। नकल करने वाले छात्र अपनी कॉपियों पर विशेष धार्मिक चिंह या अन्य चिह्मन अंकित कर देते हैं। इन चिन्हों का अर्थ पहले से ही तय कर दिया जाता है। इन चिन्हों की सहायता से परीक्षक के लिए नकल करने वाले छात्रों की पहचान आसान हो आ जाती है। जबकि कोडिंग वाली कॉपियों पर यह संभव नहीं हो पाएगा।

इस बार कॉपियों में विशेष बार कोड की व्यवस्था की गई हैं। शासन के साथ ही हमारी भी पूरी कोशिश है कि पूरी तरह से नकल विहीन परीक्षाएं करवाई जा सके।

सरदार सिंह, डीआईओएस, मेरठ

यह एक अच्छी पहल है। इससे जहां नकल रुकेगी, वहीं सख्ती से छात्रों में पढाई के प्रति रूझान पैदा होगा।

सिद्धार्थ

शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए इस तरह की पहल होनी जरूरी है। शासन का यह अच्छा प्रयास है।

ल्पना शर्मा

बहुत ही बेहतर पहल है। एजुकेशन सिस्टम में बदलाव की बहुत जरूरत हैं। इससे यूपी बोर्ड की तस्वीर बदलेगी।

मानसी