-खंड शिक्षा अधिकारियों को एमडीएम की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश

>BAREILLY

परिषदीय स्कूल्स एमडीएम की गुणवत्ता सुधारने और नौनिहालों की सेहत का ख्याल रखने को बेसिक शिक्षा विभाग ने कदम उठाया है। बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को लेटर लिखकर निर्देश दिया है कि स्कूल्स में परोसे जाने वाले एमडीएम में एगमार्क वाले मसाले और आयोडीन नमक का ही इस्तेमाल किया जाए।

प्रधानाध्यापक पर होगी कार्रवाई

इन दिनों परिषदीय स्कूल्स 20 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते बंद है। एक जुलाई से परिषदीय स्कूल्स दोबारा खुलेंगे। इस दौरान नौनिहालों को गुणवत्ता पूर्ण एमडीएम परोसा जाए इसकी कवायद बीएसए एश्वर्या लक्ष्मी यादव ने की है। उन्होंने थर्सडे को सभी खंड शिक्षाधिकारियों को लेटर जारी कर निर्देश दिया कि एमडीएम में एगमार्क वाले मसाले और आयोडीन नमक का प्रयोग किया जाए, ताकि नौनिहालों की सेहत में सुधार हो और स्कूल्स में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़े। साथ ही लेटर में कहा है कि समय-समय पर निरीक्षण कर एमडीएम का सैंपल लिया जाएगा। इस दौरान एमडीएम मानक के अनुरूप नहीं मिला तो प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जाएगी।

एफडीए ने बढ़ाया सिरदर्द

एमडीएम के सैंपल्स फेल होने की एफडीए द्वारा भेजी गई रिपोर्ट ने बेसिक शिक्षा विभाग का सिरदर्द बढ़ा दिया है। एफडीए के अधिकारियों ने रिपोर्ट में लिखा है कि आलमपुर जाफराबाद प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय बहेड़ी और प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर बहेड़ी का एमडीएम का सैंपल फेल हो गया। बीएसए का कहना है कि एफडीए ने जो रिपोर्ट भेजी है उसमें आलमपुर जाफराबाद विद्यालय का नाम सही लिखा है। वहीं दो स्कूल्स प्राथमिक विद्यालय बहेड़ी और प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर बहेड़ी का नाम गलत लिखा है। विभाग के रिकॉर्ड में यह दो विद्यालय नहीं है। उन्होंने बताया कि एफडीए को लेटर लिखा जाएगा और उनसे दोनों स्कूल्स के सही नाम मांगे जाएंगे, ताकि प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।