-कर्मचारियों ने बंद कराए काउंटर, प्रोफेसर्स ने छोड़ी काउंसलिंग

-छात्र नेताओं ने भी किया प्रदर्शन, कमिश्नर को सुनाया दुखड़ा

>BAREILLY

बरेली कॉलेज में फ्राइडे का दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। एक ओर जहां कर्मचारियों ने प्रोफेसर्स और लिपिक पर मुकदमा दर्ज कराए जाने को लेकर हंगामा किया तो वहीं इससे हुई स्टूडेंट्स की दिक्कतों का हवाला देते हुए छात्र नेताओं ने प्रिंसिपल का घेराव किया। इतना ही नहीं स्टूडेंट लीडर्स ने कमिश्नर से मुलाकात कर स्टूडेंट्स की समस्याओं से अवगत कराया।

सर्विस बुक में हुई कटिंग

मालूम हो कि कॉमर्स डिपार्टमेंट के प्रो। गिरीश कुमार की सर्विस बुक पर डेट ऑफ बर्थ गलत लिखी थी। जिसे कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ। एके सक्सेना ने प्रो। गिरीशऔर दो अन्य शिक्षकों के गवाह के रूप में साइन कराकर गलती सुधारने के निर्देश दिए थे। कार्यवाहक प्रिंसिपल के निर्देश पर बाबू रामअवतार ने प्रो। वीपी सिंह के साइन पर डेट ऑफ बर्थ को सही कर दिया था, लेकिन प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने सर्विस बुक में छेड़छाड़ के आरोप में बाबू, गवाह और प्रोफेसर के खिलाफ थाना बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया था। जिसका विरोध फ्राइडे को प्रोफेसर्स और कर्मचारियों ने कॉलेज बंद करके किया। प्रवेश समितियों ने काउंसलिंग के लिए स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स का वेरीफिकेशन नहीं किया। साथ ही कर्मचारियों ने स्टूडेंट्स की फीस जमा नहीं की। इस कारण स्टूडेंट्स भटकते रहे। स्टूडेंट्स की समस्याओं को देखते हुए छात्र नेताओं ने प्राचार्य कार्यालय में जमकर हंगामा किया। उन्होंने कहा कॉलेज और प्रोफेसर की लड़ाई में स्टूडेंट्स का नुकसान क्यों किया जा रहा है।

कमिश्नरी में भी किया प्रदर्शन

कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने जब उनकी बात नहीं मानी, तो उन्होंने कमिश्नरी पहुंचकर कमिश्नर प्रमांशु को स्टूडेंट्स की पीड़ा सुनाई। कमिश्नर ने कहा डीएम छुट्टी पर हैं। शाम को जब वह आ जाएंगे तो उनसे बात करके इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा। वहीं, कमिश्नरी के घेराव की सूचना मिलते ही एसपी सिटी, एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट और समस्त थानों को पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। इस मौके पर छात्र नेता अभय चौहान, हृदेश यादव, अवनीश चौबे, धूपेन्द्र जायसवाल, जेपी यादव, भूपेश यादव, अनीस यादव आदि मौजूद रहे।

दो दिन का अल्टीमेटम

वहीं बीसीबी शिक्षक संघ की कार्यकारिणी की बैठक कैंपस में हुई। इसमें शिक्षकों ने प्रिंसिपल को दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि उन्होंने एफआईआर वापस नहीं ली, तो एडमिशन प्रक्रिया में सहयोग नहीं किया जाएगा। सैटरडे को बीसीबी के सभागार में प्रोफेसर्स और कर्मचारियों की सामूहिक बैठक होगी। इसमें आगे के आंदोलन की रणनीति तैयार होगी। वहीं, शिक्षक संघ के सचिव ने बताया 24 नवंबर 2012 को प्रबंध समिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हुआ था कि कॉलेज में हुई गड़बड़ी की जांच कॉलेज से जुड़े ही लोग करेंगे। प्रिंसिपल ने रिटायर्ड जज से जांच कराके इस प्रस्ताव के विपरीत काम किया है। इसके साथ 16 मई 2016 को हुई प्रबंध समिति की बैठक में प्रिंसिपल ने लिखित में माना था कि प्रोफेसर की डेट ऑफ बर्थ की गलती को सुधार लिया गया है। इसके बाद उन्होंने एफआईआर क्यों दर्ज कराई।

प्रिंसिपल ने दो दिन के अंदर एफआईआर वापस नहीं ली, तो मंडे से कैंपस में क्रमिक अनशन होगा। जरुरत पड़ने पर भूख हड़ताल भी की जाएगी।

प्रो। वीपी सिंह,सचिव बीसीबी शिक्षक संघ

कॉलेज कर्मचारियों का शोषण कर रहा है। गलत तरीके से एफआईआर करा रहा है। कर्मचारी तब तक काम नहीं करेंगे, जब तक मुकदमा वापस नहीं होगा।

कवेन्द्र सिंह, अध्यक्ष शिक्षेणत्तर कर्मचारी परिषद

प्रोफेसर्स और कर्मचारियों ने एडमिशन काउंसलिंग में सहयोग देने से मना कर दिया है। ऐसे में समझ में नहीं आ रहा है कि सैटरडे को कैसे काउंसलिंग कराई जाए।

डॉ। अजय शर्मा, कार्यवाहक प्रिंसिपल