-छात्र संघ चुनाव न होने से खफा स्टूडेंट्स शिक्षक संघ के चुनाव डाल सकता है अड़ंगा

BAREILLY

बीसीबी में होने वाले शिक्षक संघ चुनाव में स्टूडेंट्स लीडर बखेड़ा खड़ा कर सकते हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव नहीं तो कैंपस में किसी का भी चुनाव नहीं होना चाहिए। हालांकि, शिक्षक संघ स्टूडेंट्स की बातों को नजरअंदाज कर चुनाव की तैयारियों में जुट गया है।

2012 में हुआ था छात्रसंघ का चुनाव

कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव 2012 के बाद नहीं हुए हैं। हर साल नया शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद छात्रसंघ चुनाव की सरगर्मी तेज होती है, लेकिन कॉलेज एडमिनिस्टेशन की हीलाहवाली के चलते चुनाव नहीं हो सका। इस साल भी चुनाव की उम्मीदों पर पानी फिर गया। छात्रसंघ चुनाव न होने की स्टूडेंट्स में नाराजगी है। शिक्षक संघ के चुनाव की डेट 11 दिसंबर फाइनल होने के बाद स्टूडेंट्स का गुबार बाहर भी आ गया। स्टूडेंट लीडर्स का कहना है कि कैंपस में यदि छात्रसंघ का चुनाव नहीं हो रहा है तो कॉलेज मैनेजमेंट को दूसरे एसोसिएशन के भी चुनाव नहीं होने देने चाहिए।

वर्जन

कॉलेज छात्रसंघ का चुनाव तो नहीं कराता है, लेकिन प्रोफेसर्स का चुनाव नियमित कराता है। ऐसे में, छात्रसंघ चुनाव नहीं होने से स्टूडेंट्स की समस्याएं नहीं उठ पाती हैं।

शैलेश भास्कर, स्टूडेंट

कॉलेज की इस दोहरी नीति से स्टूडेंट्स में रोष व्याप्त है। कॉलेज जिस प्राथमिकता के आधार पर प्रोफेसर्स के चुनाव कराता है। उसी के आधार पर छात्रसंघ चुनाव होने चाहिए।

जेपी यादव, स्टूडेंट