-गवर्नमेंट हाईस्कूल्स में मूलभूत सुविधाओं का टोटा, प्रिंसिपल्स ने बताई थी हकीकत

-अधिकारियों ने प्रिंसिपल्स के लेटर को नजरअंदाज कर आवंटित किए क्षमता से अधिक स्टूडेंट्स

>BAREILLY: माध्यमिक शिक्षा परिषद की लापरवाही और अनदेखी का खामियाजा यूपी बोर्ड एग्जाम में स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ सकता है। एग्जाम के दौरान उन्हें खुले आसमान के नीचे और टूटे फर्नीचर पर बैठकर एग्जाम देना होगा। यह हाल तब है, जब संबंधित स्कूल्स के प्रिंसिपल्स ने स्कूल की हकीकत से अधिकारियों को अवगत करा दिया था, लेकिन अधिकारियों ने लेटर को नजरअंदाज कर स्कूल की क्षमता से ज्यादा स्टूडेंट्स अलॉट कर दिए।

रियलिटी चेक में खुलासा

वेडनसडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने सेंटर्स का रियलिटी चेक किया। टीम राम भरोसे लाल ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज पहुंची तो प्रिंसिपल ने बताया कि उन्होंने विभाग को अवगत करा दिया था कि कॉलेज के पास 520 छात्राओं को बैठाने के लिए फर्नीचर उपलब्ध है, लेकिन विभाग ने 960 छात्राओं का एग्जाम कराने का निर्देश दिए हैं। अब समझ में नहीं आ रहा है कि बाकी छात्राओं का के बैठने के लिए फर्नीचर की व्यवस्था कैसे होगी। मजबूरन छात्राओं को टूटे फर्नीचर पर बैठाना पड़ेगा। टीम जब तिलक इंटर कॉलेज पहुंची तो प्रिंसिपल ने बताया कि विभाग ने 880 स्टूडेंट्स आवंटित किए हैं। जबकि, कॉलेज के पास 16 कमरे ही सही हैं। मानक के अनुसार एक कमरे में 40 स्टूडेंट्स बैठ सकते हैं। इस हिसाब के कॉलेज के पास 640 स्टूडेंट्स को बैठाने की व्यवस्था है। जबकि छह कमरों का निर्माण चल रहा है। कुछ ऐसा ही हाल सीबीगंज इंटर कॉलेज का भी है। यहां 860 स्टूडेंट्स की बैठने की व्यवस्था है। पर विभाग ने 1151 स्टूडेंट्स के लिए कॉलेज को सेंटर बनाया है।

प्रिंसिपल्स ने खड़े किए हाथ

डीआईओएस ने 17 फरवरी को 15 गवर्नमेंट हाईस्कूल्स के प्रिंसिपल्स के साथ मीटिंग की थी। इसमें कई प्रिंसिपल्स ने डीआईओएस को बताया था कि स्कूल्स में अधिक से अधिक 200 स्टूडेंट्स को बैठाने की व्यवस्था है। ऐसे स्कूल्स में शुमार गवर्नमेंट हाईस्कूल दलपतपुर में 337, गवर्नमेंट हाईस्कूल क्यारा में 351, गवर्नमेंट हाईस्कूल हरहरपुर नवाबगंज 352 और गवर्नमेंट हाईस्कूल बहेड़ी में विभाग ने 473 स्टूडेंट्स अलॉट कर दिए।

विभाग ने मांगा डाटा

स्टूडेंट्स आवंटन के बाद डीआईओएस ने सभी केन्द्र व्यवस्थापक से डाटा मांगा है कि उनके यहां कितना फर्नीचर और टीचर्स कम पड़ रहे हैं। ताकि, नजदीक के स्कूल या कॉलेज से फर्नीचर उधार लिया जा सके। वहीं, टीचर्स भी नजदीकी स्कूल्स या कॉलेजेज से लिए जाएंगे। जिससे एग्जाम की सुचिता बनी रहे।

फीगर स्पीक

133 सेंटर्स

54,134 हाईस्कूल में रेगुलर छात्र

39,136 इंटर में रेगुलर स्टूडेंट्स

1845 हाईस्कूल में प्राइवेट छात्र

2688 इंटर में प्राइवेट स्टूडेंट्स

कॉलेज के पास 520 स्टूडेंट्स को बैठाने के लिए फर्नीचर है, लेकिन विभाग ने 960 स्टूडेंटस आवंटित किए हैं। सभी स्टूडेंट्स को फर्नीचर पर बैठ सकें। इसके लिए टूटे फर्नीचर की मरम्मत कराई जा रही है।

डॉ। ऊषा किरन यादव, प्रिंसिपल राम भरोसे लाल कन्या इंटर कॉलेज

विभाग को समय रहते अवगत करा दिया था कि छह कमरों की छत की मरम्मत होगी। इसलिए, 16 कमरों के हिसाब से स्टूडेंट्स का आवंटन किया जाए, लेकिन विभाग ने ज्यादा स्टूडेंट्स का आवंटन किया है।

हरिओम मिश्रा, प्रिंसिपल तिलक इंटर कॉलेज

जो कॉलेजेज सेंटर्स बनाए गए हैं। उनके केन्द्र व्यवस्थापकों से डाटा मांगा गया है कि उनके यहां कितना फर्नीचर कम है। वहीं, कितने टीचर्स की जरूरत पड़ रही है। जल्द ही सभी कमियों को पूरा कर दिया जाएगा।

मुन्ने अली, डीआईओएस