- वॉटर वेंडिंग मशीन के आरओ का सैम्पल हुआ फेल, दूषित निकला पानी

- मुरादाबाद लैब में हुई जांच, सीएचआई ने सीनियर डीसीएम से की कंप्लेन

BAREILLY:

जंक्शन पर मुसाफिरों की सहूलियत व सेहत के लिए शुरू की वॉटर वेंडिंग मशीन प्यास बुझाने के साथ ही बीमार भी कर रही है। प्लेटफॉर्म 1 पर लगी वॉटर वेंडिंग मशीन से आरओ के नाम पर बेचे जा रहे सस्ते पानी में बैक्टीरिया समेत अन्य हानिकारक तत्व मिले हैं। मुरादाबाद लैब में हुए सैम्पल की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि जब से वॉटर वेंडिंग सुविधा शुरू हुई है, तब से ही मशीन का फिल्टर चेंज नहीं किया गया है। वहीं स्टाफ की ओर से भी रजिस्टर मेंटेन नहीं किया जा रहा। स्टाफ के खिलाफ सादा दूषित पानी ही सिर्फ ठंडा कर मुसाफिरों को पिलाने की शिकायत मिल रही है। सीएचआई ने इस बात से रेलवे के सीनियर डीसीएम को अवगत कराया है। जिससे वॉटर वेंडिंग मशीन के जरिए दूषित पानी की बिक्री पर रोक लगाई जा सके।

चार सैम्पल लिए गए थे

चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर अमर सिंह मीणा ने 21 फरवरी 2017 को जंक्शन पर पीने के पानी के चार सैम्पल लिए थे। दो सैम्पल वॉटर वेंडिंग मशीन से, वहीं वॉटर वेंडिंग मशीन में रेलवे के वॉटर टैंक से की जा रही पानी की सीधी सप्लाई के भी दो सैम्पल लिए गए थे। सैम्पल्स की बैक्टीरियल जांच के लिए सीएमएस मुरादाबाद भेजा गया था। सैम्पल की जांच रिपोर्ट में 4 में से 3 पॉजिटिव मिले। जबकि प्लेटफार्म नम्बर 1 में इंस्टॉल वॉटर वेडिंग मशीन से लिए गया सैम्पल फेल पाया गया है। सैम्पल में बैक्टीरिया मिले हैं। के सीएचआई ने बताया कि इन सैम्पल को दोबारा मोहाली प्राइवेट लैब भेजा जाएगा।

स्टाफ का हेल्थ सर्टिफिकेट नहीं

रेलवे अधिकारियों की मानें तो नॉर्दर्न रेलवे के मुरादाबाद डिवीजन में वॉटर वेंडिंग मशीन का संचालन कर रहे एक भी ठेकेदार ने फूड लाइसेंस नहीं लिया है। जबकि पानी की बिक्री के लिए भी फूड लाइसेंस लेना अनिवार्य होता है। जो दिल्ली एफएसओ के यहां से बनता है। यहीं नहीं वॉटर वेंडिंग मशीन पर तैनात स्टाफ की भी मेडिकल जांच नहीं हुई है। जबकि स्टाफ का रेलवे के सीनियर मेडिकल ऑफिसर से स्टाफ की मेडिकल जांच कर सर्टिफिकेट दिया जाना अनिवार्य है, जिससे यह पता चल सके कि स्टाफ किसी संक्रमित बीमारी से पीडि़त तो नहीं है।

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बॉक्स

- 200 ट्रेनों जंक्शन से होकर रोजाना गुजरती हैं।

- रोजाना 10 हजार रुपए का पानी वेंडिंग मशीन के जरिए बिक रहा

- 40 हजार मुसाफिर जंक्शन से रोजाना करते हैं अप-डाउन।

- 7 वॉटर वेंडिंग मशीन प्लेटफार्म पर लगे हुए हैं।

- 4 सैम्पल 21 फरवरी को सीएचआई ने लिए थे।

- 1 सैम्पल हुआ फेल, सैेम्पल में मिले बैक्टीरिया।

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आरओ और डायरेक्ट सप्लाई होने वाले पीने के पानी के 2-2 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। जिसमें एक सैम्पल की जांच रिपोर्ट निगेटिव हैं। वॉटर वेंडिंग मशीन का फिल्टर भी चेंज नहीं किया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट सीनियर डीसीएम को भेजी गई है।

अमर सिंह मीणा, सीएचआई