नगरिया सादात पर ट्रैक में आ गई गाय, टेलगो को रोककर गाय के हटने तक रुका ट्रायल

BAREILLY:

स्पेन की सेमी हाई स्पीड ट्रेन टेलगो के रफ्तार के इम्तिहान में ट्यूजडे को बाधा खड़ी हो गई। यह अड़चन ट्रैक की कोई खामी न होकर एक गाय रही। ट्यूजडे को जंक्शन से छूटकर दलपतपुर के लिए अपने पहले स्पीड ट्रायल पर रवाना हुई टेलगो नगरिया सादात के पास अचानक रोकनी पड़ी। ट्रैक पर एक गाय के खड़े होने से टेलगो की रफ्तार पर अचानक ही इमरजेंसी ब्रेक लगाने पड़े। गाय को ट्रैक से हटाने के लिए टेलगो के आगे लगे भारतीय इंजन से जोरदार हॉर्न बजाया गया। कई बार की कोशिशों के बाद गाय जब ट्रैक से हटी तो टेलगो को दोबारा स्पीड ट्रायल के लिए आगे बढ़ाया जा सका।

सिर्फ दो बार हुआ ट्रायल

टेलगो का 12 जून तक बरेली-मुरादाबाद रूट पर रोजाना करीब 3 बार स्पीड ट्रायल होना है। लेकिन ट्यूजडे को टेलगो का 2 बार ही स्पीड ट्रायल लिया गया। टयूजडे को सुबह ठीक 9 बजे जंक्शन की लाइन नम्बर 2 से टेलगो को दलपतपुर तक ट्रायल के लिए हरी झंडी दिखाई गई। पहले ट्रायल में टेलगो सुबह 11.30 बजे वापस जंक्शन पहुंची। इसके बाद टेलगो को दोबारा दोपहर 12.10 बजे दलपतपुर के लिए रवाना कर स्पीड ट्रायल में परखा गया। वापसी में टेलगो दोपहर 2.25 बजे जंक्शन पर वापस पहुंची। इसके बाद दोपहर 2.55 बजे टेलगो को इज्जतनगर वर्कशॉप रवाना कर दिया गया।

एक इंजन ही लगाया गया

टयूजडे को अपने स्पीड ट्रायल में टेलगो ने 125 किमी प्रति घंटा की रफ्तार को छुआ। टेलगो का लगातार 13 दिन तक हो रहे स्पीड ट्रायल में एक्सपर्ट बारीकी से डाटा की जांच पड़ताल कर रह। टेलगो में लगे 32 सेंसर से हर स्पीड ट्रायल के दौरान ट्रैक पर जर्क या झटकों की आरडीएसओ की एक्सप‌र्ट्स टीम परख रही। हर सेंसर रिपार्ट को लखनऊ मानकनगर स्थित आडीएसओ ऑफिस भी स्टडी के लिए भेजा जा रहा है। वहीं ट्यूजडे को टेलगो के दूसरे स्पीड ट्रायल में एक ही इंजन का इस्तेमाल किया गया।

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