बेसिक शिक्षा विभाग की बड़ी चूक, छपे रिपोर्ट कार्ड को नहीं किया गया चेक

रिपोर्ट का‌र्ड्स में एक सब्जेक्ट दो बार लिखा, मैक्सिमम मा‌र्क्स का कॉलम भी गायब

>BAREILLY:

बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की चूक के चलते परिषदीय स्कूलों के दो लाख स्टूडेंट्स को गलत रिजल्ट्स बांट दिए गए। स्टूडेंट्स को जो रिजल्ट कार्ड बांटे गए, उनमें सब्जेक्ट्स के साथ ही मैक्सिमम मा‌र्क्स की भी बड़ी गड़बडि़यां मिली हैं। कहीं एक ही सब्जेक्ट दो बार लिखा गया है। वहीं कई सब्जेक्ट्स के मैक्सिमम मा‌र्क्स का कॉलम ही रिजल्ट से नदारद हैं। रिजल्ट में बड़ी चूक का मामला उजागर होते ही विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी अपनी गलती को सुधारने में जुट गए हैं। ीचर्स को आदेश दिए गए हैं कि वे सब्जेक्ट का नाम काटकर पेन से मैक्सिमम मा‌र्क्स का कॉलम बना लें। वहीं, बीएसए का कहना है कि रिजल्ट में गड़बड़ी पब्लिशर्स की चूक से हुई है। विभाग कार्रवाई के तौर पर पब्लिशर्स के भुगतान में कटौती करेगा।

थर्से को बांटे गए रिजल्ट

बेसिक शिक्षा परिषद की गाइडलाइन पर बेसिक शिक्षा विभाग ने 19 से 23 मार्च तक एग्जाम कराए। इसमें कक्षा 2 से 5 तक के एक लाख 99 हजार स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल हुए। वहीं क्लास 6 से 8 तक 67,013 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया। जबकि कक्षा 1 के स्टूडेंट्स ने मौखिक परीक्षा दी। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने 24 मार्च से मूल्यांकन कार्य स्टार्ट कराया, जो 26 मार्च तक चला। मूल्यांकन होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने थर्सडे को रिजल्ट डिक्लेयर कर रिजल्ट बांटना शुरू किया। ट

खामियाें का ढेर

क्लास 2 से 5 तक के स्टूडेंट्स को जो रिपोर्ट कार्ड दिए गए हैं। उनमें कई गड़बडि़यां मिली हैं। रिपोर्ट कार्ड में एक सब्जेक्ट दो बार लिखे जाने के अलावा सब्जेक्ट नेम भी अलग-अलग प्रिंट कर दिए है। मसलन,एक बार सब्जेक्ट का नाम 'सामाजिक विषय' और दूसरी बार 'हमारा परिवेश शिक्षा' लिखा है। इसके अलावा रिजल्ट में मैक्सिमम मा‌र्क्स का कॉलम नहीं होने से यह भी मालूम नहीं हो रहा कि स्टूडेंट्स को जो मा‌र्क्स मिले हैं। वे कितने में से मिले हैं।

आंकड़े

स्कूल्स-2891

स्टूडेंट्स-एक लाख 99 हजार (कक्षा दो से 5 तक )

टीचर्स-9787

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वर्जन

रिपोर्ट कार्ड में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके साथ ही पब्लिशर्स के भुगतान से कटौती की जाएगी।

चंदना यादव, बीएसए