- डीडीयूजीयू एमबीए फैकल्टी में अब तक नहीं खरीदा जा सका कंप्यूटर

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू की एमबीए फैकल्टी में हाइटेक कंप्यूटर लैब बनाए जाने का दावा फुस्स होता हुआ नजर आ रहा है। यही नहीं बीबीए और एमबीए स्टूडेंट्स के लिए परमानेंट टीचर्स तक नहीं हैं। आलम यह है कि प्रोफेशनल पढ़ाई करने वाले बीबीए और एमबीए के स्टूडेंट्स आज भी कंप्यूटर पर प्रैक्टिकल करने के लिए तरस रहे हैं। स्टूडेंट्स ने कई बार डिपार्टमेंट के जिम्मेदार से डिमांड की, लेकिन जिम्मेदार स्टूडेंट्स की समस्या सुनने के बजाय आज भी सो रहे हैं।

65 कंप्यूटर खरीदे जाने हैं

डीडीयूजीयू के एमबीए फैकल्टी में पिछले कई साल से कंप्यूटर लैब का निर्माण नहीं हो सका। काफी मशक्कत के बाद निर्माण हुआ भी तो केवल फर्नीचर से लैस कर दिया गया। 65 कंप्यूटर की अब तक खरीदारी नहीं की जा सकी। बीबीए और एमबीए स्टूडेंट्स की मानें तो 2015 में कंप्यूटर की खरीदारी के लिए तत्कालीन हेड ने आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा था कि कंप्यूटर पर स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल होंगे। लेकिन आज तक कंप्यूटर नहीं लग सके। आलम यह है कि कंप्यूटर वाले कमरे में रखे गए फर्नीचर धूल फांक रहे हैं।

गेस्ट फैकल्टी के भरोसे पढ़ाई

स्टूडेंट्स का यह भी कहना है कि 1995 से लेकर अब तक परमानेंट स्टाफ, टीचर्स तक नहीं नहीं नियुक्त हुए। आज भी गेस्ट फैकल्टी से स्टूडेंट्स की क्लास ली जाती है। हेड भी कार्यवाहक हैं। एमबीए फैकल्टी के गेस्ट फैकल्टी बताते हैं कि एमबीए क्लास के लिए 600 रुपए प्रति पीरियड और बीबीए क्लास के लिए 300 रुपए प्रति पीरियड दिए जाते हैं। टीचर्स भी कहीं और नहीं बल्कि कॉमर्स और इकॉनमिक्स डिपार्टमेंट के ज्यादातर हैं।

पांच साल से नहीं हुआ प्लेसमेंट

स्टूडेंट्स बताते हैं कि पिछले पांच सालों से एक बार भी कैंपस प्लेसमेंट नहीं हुआ। कुछ कंपनियों को औपचारिकता के लिए बुलाया भी गया तो उसमें भी किसी स्टूडेंट्स का सेलेक्शन नहीं हुआ।

वर्जन

डिपार्टमेंट में जो भी दिक्कतें आ रही हैं। उसे दूर कराया जाएगा। रहा सवाल कंप्यूटर और क्लासेज को तो इसके लिए डीन से बात की जाएगी।

-प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू