- चिनहट, काकोरी और मलिहाबाद में बावरिया गैंग ने डाली थी डकैती

- गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार, दो के पैर में लगी गोली, लोक बंधु में भर्ती

- गैंग के 9 सदस्यों ने लखनऊ और आस-पास के जिले में की थी वारदात

- कृष्णानगर के गंगाखेड़ा में हुई पुलिस से मुठभेड़, कई असलहे और लूट का माल बरामद

LUCKNOW : कृष्णानगर इलाके में शनिवार तड़के सुबह पुलिस मुठभेड़ में बावरिया गैंग के 4 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं मुठभेड़ के दौरान दो डकैत घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक इन डकैतों ने बीते दिनों चिनहट, काकोरी और मलिहाबाद इलाके में डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया था। पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में असलहा बरामद किया है। मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल दोनों बदमाशों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है। पुलिस की टीम चारों डकैतों से पूछताछ कर रही हैं। बता दें कि मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी कि कृष्णानगर इलाके में कुछ बदमाश एक बड़े व्यापारी के घर डकैती डालने जा रहे है। डकैतों की सूचना पर कई थानों की पुलिस ने घेराबंदी करके बदमाशों को घेर लिया। इस दौरान बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की तरफ से की गई फायरिंग में दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गये.में

रेलवे ट्रैक किनारे गांव में मिली मौजूदगी की सूचना

एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक शानिवार तड़के इंस्पेक्टर कृष्णानगर अंजनी पांडेय के नेतृत्व में पुलिस टीम गश्त कर रही थी। इस दौरान सूचना मिली कि रेलवे ट्रैक किनारे स्थित गंगाखेड़ा गांव के पास कुछ संदिग्ध बदमाशों को देखा गया है। इस सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। अंधेरे में पुलिस ने टार्च दिखाई तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। गोली चलने पर कृष्णानगर पुलिस ने इसकी सूचना मातहत अधिकारियों को दी। सूचना पाकर इंस्पेक्टर सरोजीनगर धर्मेश शाही, इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद शाही और इंस्पेक्टर गुडंबा राम सूरत सोनकर समेत हसनगंज, काकोरी, पारा थाने की फोर्स और क्राइम ब्रांच की टीम भी मौके पर पहुंच गई और चारों तरफ से बदमाशों की घेराबंदी कर ली।

जवाबी फायरिंग में दो बदमाशों को लगी गोली

सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के अनुसार पुलिस की घेराबंदी को देख बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। करीब 6 राउंड फायरिंग के जवाब में पुलिस ने भी फायर किया। जिससे दो बदमाशों के पैर में गोली लगी और वह वहीं गिर गए। पुलिस ने घेराबंदी कर दो घायल समेत चार बदमाशों को दबोच लिया। घायलों को पुलिस ने इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस को मौके से भारी मात्रा में असलहे और कारतूस भी मिले। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से 12 बोर के दो असलहे, 12 बोर की एक देशी बंदूक, 315 बोर का एक तमंचा एक दर्जन से ज्यादा कारतूस और एक लोहे की राड बरामद की है। बदमाशों के पास से एक लेडीज पर्स भी मिला है जिसमें कुछ चांदी के ज्वैलरी और कैश था। एसएसपी के अनुसार यह वहीं लेडीज बैग है जिसे बदमाशों ने मलिहाबाद के मुंशीगंज में वारदात के दौरान लूटा था।

बावरिया गैंग के सदस्य है शातिर

एसएसपी दीपक कुमार के अनुसार मुठभेड़ में पुलिस की गोली से महेंद्र उर्फ महेश और मनोज उर्फ छोटू घायल हो गए। जबकि उनके दो साथी रमेश उर्फ राजू और राजेश उर्फ पेटला को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए चारों बदमाश राजस्थान के बीकानेर, झुन्झनू, अलवर और महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनके तीन और साथी घटना में शामिल थे। जिनके नाम झज्जर हरियाणा निवासी विनोद उर्फ छोटू, राकेश उर्फ कालिया और रामवीर बताए जा रहे हैं। तीनों फरार हैं और पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।

24 घंटे के अंतराल में डाली थी डकैती

एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक पकड़े गए बावरिया गैंग के सदस्यों ने ही राजधानी समेत आस-पास के तीनों जिलों में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। बदमाशों ने 25 दिसंबर को चिनहट के सतरिख रोड पर ई रिक्शा चालक के घर सबसे पहले डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। उससे ठीक एक दिन पहले 24 दिसंबर को बदमाशों ने बाराबंकी में दो जगहों पर डकैती की वारदात की थी। कुछ दिन चुप्पी साधने के बाद बदमाशों ने 18 जनवरी को चिनहट के साई सिटी के पास दो घरों में डकैती की वारदात की थी। 24 घंटे बाद 20 जनवरी को काकोरी में दो गांव के चार घरों में डकैती डाली थी और ग्राम प्रधान के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी थी। फायरिंग में कई लोगों को गोली मारकर घायल भी किया था। वारदात के 24 घंटे बाद 22 जनवरी को मलिहाबाद में मुंशीगंज समेत दो गांव में डाका डाला था और पूर्व ग्राम प्रधान के बेटे की पीटकर हत्या कर दी थी।

आस-पास के जिले में डाली थी डकैती

एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक बावरिया गैंग के सदस्यों ने राजधानी समेत आस-पास के जिलों में भी डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। बाराबंकी और मलिहाबाद में घटना करने के बाद गैंग फर्रूखाबाद की तरफ बढ़ गया था। 25 जनवरी की रात गैंग ने वहां के एक गांव में डकैती डाली थी और बुजुर्ग दंपत्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने गांव के एक अन्य घर में वारदात के दौरान 20 लाख रुपये कैश भी लूटा था।

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एनकाउंटर में खड़े हो रहे सवाल

राजधानी में सिलसिलेवार डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बावरिया गैंग की गिरफ्तार और एनकाउंटर पर सवाल भी खड़े हो रहे है। चर्चा है कि पिछले चार दिन से पुलिस की एक टीम राजस्थान में बदमाशों की तलाश में खाक छान कर रही थी। अचानक बदमाशों की दोबारा राजधानी में दस्तक और मुठभेड़ ने पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया है। गैंग लखनऊ में वारदात को अंजाम देकर फर्रूखाबाद की तरफ आगे बढ़ गया था तो फिर वह दोबारा वारदात करने वापस क्यों लौटा। हालांकि इस सवाल का जवाब न तो अफसरों के पास है और ही पुलिस टीम के पास।

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लखनऊ, बाराबंकी और फर्रूखाबाद में सिलसिलेवार डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बावरिया गैंग को शनिवार तड़के सुबह रात मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिया गया। एनकाउंटर के दौरान जवाबी फायरिंग में दो बदमाशों के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गए। उन्हें लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। गैंग में 7 से 9 बदमाशों की संख्या थी। जिसमें चार पकड़े जा चुके है बाकि की तलाश की जा रही है।

दीपक कुमार, एसएसपी लखनऊ