JAMSHEDPUR: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के विभिन्न स्टूडेंट्स यूनियन लीडर्स ने शहर के कई कॉलेजों को बंद कराया। इसके बाद सभी आंदोलनकारी स्टूडेंट्स मेजबान करीम सिटी कॉलेज (केसीसी) पहुंचे और यहां यूथ फेस्टिवल को बंद कराने की मांग को लेकर कॉलेज के बाहर जमकर हंगामा किया। इस दौरान कॉलेज के मेन गेट को तोड़ने का प्रयास किया गया। यही नहीं आंदोलनकारी स्टूडेंट्स व स्टूडेंट्स यूनियन लीडर्स ने करीम सिटी कॉलेज में पत्थरबाजी भी की। इससे कॉलेज की मॉस कॉम डिपार्टमेंट की हेड डॉ। नेहा तिवारी के चैंबर की खिड़की सहित क्लास रूम नंबर फ्ख्, फ्फ् व फ्भ् की खिड़कियों के शीशे टूट गए। स्टूडेंट लीडर्स सोमवार सुबह लगभग क्क् बजे करीम सिटी कॉलेज पहुंचे और रूक-रूक कर दो घंटे तक हंगामा करते रहे। एबीवीपी, जेसीएम, एनएसयूआई व आजसू के कई कार्यकर्ता करीम सिटी में चल रहे यूथ फेस्टिवल को रोकने की मांग कर रहे थे। इसे कॉलेज व यूनिर्वसिटी मैनेजमेंट ने अनसुना कर दिया। इसके बाद स्टूडेंट लीडर्स का गुस्सा फूटा और वे भड़क गए। स्टूडेंट लीडर्स ने यूनिर्वसिटी के वीसी व करीम सिटी कॉलेज मैनेजमेंट के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए।

इसलिए किया आंदोलन

स्टूडेंट लीडर्स ने आरोप लगाया कि केयू यूथ फेस्टिवल में कोल्हान यूनिर्वसिटी के स्टूडेंट यूनियन लीडर्स व कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन को इनविटेंशन नहीं दिया गया था। आंदोलन के नेतृत्वकर्ता कोल्हान यूनिर्वसिटी स्टूडेंट यूनियन के प्रसिडेंट नीतिश कुमार ने कहा कि यूथ फेस्टिवल में स्टूडेंट्स का अपमान हुआ है। इसके अलावा जहां स्टूडेंट यूनियन का चुनाव नहीं होता, वहां यूथ फेस्टिवल के आयोजन का कोई तुक नहीं बनता। हंगामा बढ़ता देख दिन के करीब एक बजे सिटी डीएसपी अनिमेश नैथानी दल बल के साथ पहुंचे। डीएसपी के पहुंचने के बाद स्टूडेंट यूनियन लीडर्स को कॉलेज के सामने से हटाया गया।

को-ऑपरेटिव में जुटे

शहर के विभिन्न छात्र संगठन के नेताओं का जुटान को-ऑपरेटिव कॉलेज में हुआ। एलबीएसएम कॉलेज, एबीएम कॉलेज छात्र संघ व वर्कर्स कॉलेज के अभाविप समर्थित छात्र संघ के पदाधिकारियों ने कॉलेज को बंद कराने के बाद को-ऑपरेटिव कॉलेज पहुंचे और यहां कॉलेज को बंद करवाया। इसके बाद यहां से मोटरसाइकिल रैली की शक्ल में ग्रेजुएट कॉलेज पहुंचे। कॉलेज को बंद कराने के बाद सभी छात्र करीम सिटी कॉलेज पहुंचे और वहां जमकर हंगामा मचाया। दोपहर एक बजे के बाद जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज पहुंचे लेकिन वहां कॉलेज बंद कराने में वे कामयाब नहीं हो पाए। यहां कक्षाएं पूर्ववत चलती रहीं।