- रजिस्ट्रार ने वीसी को भेजा इस्तीफा, कहा नहीं करने दिया जा रहा काम

- आरक्षण का मामला हाईकोर्ट में जाने के बाद, शिक्षक-छात्र दोनों बंटे

LUCKNOW: बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में आरक्षण के नियम को बदलने की लड़ाई अब आपसी टकराव तक पहुंच गई है। यूनिवर्सिटी के शिक्षक व कर्मचारियों का एक समूह मौजूदा आरक्षण व्यवस्था में बदलाव को लेकर हाईकोर्ट में चला गया है। वहीं, इन कर्मचारियों पर कार्रवाई को लेकर वीसी व रजिस्ट्रार भी आमने-सामने हैं। मामला इतना बढ़ चुका है कि रजिस्ट्रार सुनिता चंद्रा ने वीसी पर काम न करने देने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है। स्टूडेंट्स और टीचर्स के गुट भी आरक्षण पर बंट गए हैं।

22 कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग

यूनिवर्सिटी के सूत्रों का कहना है कि रजिस्ट्रार सुनिता चंद्रा आरक्षण के नियमों में बदलाव को लेकर हाईकोर्ट जाने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करना चाहती हैं। उन्होंने बीते दिनों एक कर्मचारी को अपने ऑफिस में पीएस पद से हटाकर दूसरी जगह भेज दिया था। सूत्रों का कहना है कि यह कर्मचारी आरक्षण के नियमों में बदलाव के लिए हाईकोर्ट गया था। कर्मचारी को जहां पर भेजा गया था, वहां उसे यह कहकर ज्वाइन नहीं कराया गया कि उनके विभाग में इस तरह का कोई पद नहीं है। इस पर कर्मचारी ने शिकायत वीसी से की। जिसके बाद वीसी प्रो। आरसी सोबती ने कर्मचारी का तबादला रोक दिया। जिसके बाद रजिस्ट्रार वीसी के पास पहुंची और कहा कि आप अपना ऑर्डर वापस लें। वीसी ने जब इस बात से इंकार कर दिया तो रजिस्ट्रार ने यह कहकर अपना इस्तीफा भेज दिया गया कि उनको यहा पर काम नहीं करने दिया जा रहा है।

आरक्षण के समर्थन में रजिस्ट्रार

यूनिवर्सिटी के सूत्रों का कहना है कि रजिस्ट्रार आरक्षण के नियमों में बदलाव का विरोध कर रहे गुट के साथ हैं। उन्हीं के दबाव में वह कर्मचारियों का ट्रांसफर कर रही हैं। उनके समर्थन में आरक्षण बचाओ की मांग कर रहा गुट खड़ा हो गया है और वह हाईकोर्ट जाने वाले 22 कर्मचारियों पर कार्रवाई करने साथ ही रजिस्ट्रार का वापस उनके पद पर बुलाने की मांग तक कर रहा है। इसके लेकर यूनिवर्सिटी कैम्पस में प्रदर्शन तक किया जा रहा है।

रजिस्ट्रार का भी विरोध शुरू

संडे की शाम को यूनिवर्सिटी में दूसरे गुट ने रजिस्ट्रार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनका पुतला फूंका। इसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस बल पहुंचा। हंगामा कर रहे आरक्षण विरोधी लोगों को वहां से हटाया। सूत्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी का महौल पूरी तरह से खराब हो चुका है। दोनों ग्रुप अब आरपार की लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं।

कोट

रजिस्ट्रार ने वीसी को इस्तीफा भेजा है, लेकिन इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं है। वीसी ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।

प्रो। कमल जायसवाल, प्रवक्ता, बीबीएयू