-तीन साल का होगा कोर्स, NCTE ने तैयार की रूपरेखा

-पूरे देश में सेशन 2016-17 से शुरू होगा कोर्स

VARANASI: स्टूडेंट्स को आने वाले समय में बीएड व एमएड एक साथ करने की फैसिलिटी होगी। नेशलन काउंसिल फार टीचर एजुकेशन ने एक साथ बीएड व एमएड कोर्स करने की रूपरेखा तैयार की है। पूरे देश में तीन वर्षीय यह कोर्स सेशन ख्0क्म्-क्7 से शुरू होगा। यह जानकारी एनसीटीई के डायरेक्टर प्रो। संतोष पंडा ने दी। बतौर चीफ गेस्ट महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित वर्कशॉप में शनिवार को पार्टिसिपेट करने पहुंचे प्रो। संतोष ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सेशन ख्0क्भ्-क्म् से बीएड, एमएड, बीपीएड, एमपीएड का कोर्स दो वर्ष कर दिया गया है। दो वर्षीय कोर्स के सब्जेक्ट्स में कई परिवर्तन किए गए हैं।

ग्रेजुएशन व बीएड भी

अब स्टूडेंट्स को बीए व बीकॉम क साथ बीएड व बीएससी के साथ बीएड करने की सुविधा होगी। इससे इंटरमीडिएट पास करने के बाद स्नातक का एक साल का समय बच जाएगा। स्नातक बीएड कोर्स चार वर्षीय बनाए गए हैं। जबकि स्नातक व बीएड अलग-अलग करने पर स्टूडेंट्स को पांच साल का समय लगेगा।

मान्यता लेना हुआ आसान

एनसीटीई के डायरेक्टर ने बताया कि अब शिक्षा शास्त्र के कोर्सेज की मान्यता को लचीला बनाया जा रहा है। अब कॉलेज में उपलब्ध संसाधन के आधार पर ही बीएड की मान्यता प्राप्त की जा सकती है। इतना ही नहीं दो वर्षीय बीएड, एमएड के साथ चार वर्षीय व अन्य कोर्सेज की मान्यता हासिल की जा सकती है। शर्त यह है कि संस्था को पांच साल पहले मान्यता मिला हो। ऐसी उच्च शिक्षण संस्थाएं मार्च से आवेदन कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि इस समय पूरे देश की ख्ख्म् यूनिवर्सिटीज में शिक्षा शास्त्र के कोर्स चल रहे हैं।