PATNA : इंटरमीडिएट टॉपर्स घोटाला के जांच की जद में अब बिहार स्कूल इग्जामिनेशन बोर्ड के पूर्व सेक्रेटरी हरिहर नाथ झा भी आ गए हैं। जल्द ही एसआईटी इनसे पूछताछ भी करेगी। एसआईटी के सामने उपस्थित होने के लिए पटना पुलिस की ओर से बोर्ड के पूर्व सेक्रेटरी को नोटिस भी भेज दी गई है। दरअसल, तीन दिनों की रिमांड पर लिए बोर्ड के पूर्व चेयरमैन डा। लालकेश्वर प्रसाद ने एसआईटी की पूछताछ में हरिहर नाथ झा का नाम लिया है। एसआईटी की मानें तो पूछताछ के दौरान लालकेश्वर ने साफ किया है कि उनसे पहले किसी भी फाइल पर उस समय सेक्रेटरी रहे हरिहर नाथ झा साइन करते थे। उनके पुटअप करने के बाद ही फाइल मेरे पास आती थी।

- खंगाली जा रही है ख्00 कॉलेजों की कुंडली

लालकेश्वर के चेयरमैन रहने के दौरान दो सौ से भी अधिक कॉलेजों को बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड का एफलिएशन मिला था। एसआईटी को जांच के दौरान इस बात के भी सबूत मिले हैं कि कॉलेजों के एफलिएशन मामले में भी भाड़ी पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। कमिशन के चक्कर में ऐसा किया गया है। अब एसआईटी ने ख्00 कॉलेजों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। जांच में दोषी पाए जाने पर कॉलेज के प्रिंसिपल से पूछताछ होगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें गिरफ्तार भी किया जाएगा।

- गड़बड़ी से जुड़े सवाल पर चुप हो जाते हैं लाल

रिमांड के दूसरे दिन भी लालकेश्वर और उषा सिन्हा से एसआईटी की पूछताछ जारी रही। वीआर कॉलेज के प्रिंसिपल और टॉपर्स घोटाले के रचयिताओं में से एक बच्चा राय से मिलने औ मोबाइल पर होने वाली बात को लालकेश्वर ने कबूल कर लिया है। लेकिन जब उनसे घोटाला और गड़बडि़यों से जुडे़ सवाल पूछे जाते हैं तो वो चुप्पी साध लेते हैं। साथ में वो अपनी पत्‍‌नी का बचाव भी करते दिखे।

- आज आपका दिन है

आज आपका दिन है। कल मेरा होगा। धमकी के लहजे में ये बात पूछताछ कर रहे एसआईटी के अधिकारी को लालकेश्वर की पत्‍‌नी और पूर्व विधायक उषा सिन्हा ने कही है। जिसे सुन एसआईटी के अधिकारी भी सन्न रह गए। हालांकि बच्चा राय से बात होती थी और वो मिलता था, इस बात को उषा ने भी कबूल किया है।

- हो रही है विडियो रिकॉर्डिग

रिमांड के दौरान लालकेश्वर और उषा से हो रही एसआईटी के पूछताछ की पूरी प्रक्रिया को कैमरे में कैद किया जा रहा है। हर पल दोनों कैमरे की नजर में हैं। पूछताछ के लिए स्पेशली एक विडियो रिकॉर्डिग के लिए एक कमैरामैन को लगाया गया है। इसके दोनों के बीमार होने की वजह से एक डॉक्टर को भी साथ में रखा गया है। मकसद साफ है, मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले की जांच के दौरान कई लोगों की जान गई थी। वो चीज टॉपर्स घोटाले की जांच के दौरान न हो, इस लिए एसआईटी पूरी एतिहात बरत रही है।

- विकास को बना लिया पर्सनल सेक्रेटरी

चेयरमैन बनने के बाद लालकेश्वर ने बेटे के साले विकास चन्द्र को अपने साथ रखा। शुरूआत में म् महीने तक गैर कानूनी तरीके से उसे अपना पर्सनल सेक्रेटरी बनाकर रखा। फिर बाद में उसे बोर्ड के नियमों के अनुसार तीन साल के लिए उसे पर्सनल सेक्रेटरी बना लिया। एक तरफ विकास और दूसरी ओर दामाद विवेक। ये दोनों ही बतौर एजेंट काम करने लगे। कॉलेज का एफलिएशन हो या फिर उन्हें मिलने वाले ग्रांट के रुपए या टेंडर का खेल। हर तरफ कमिशनखोरी शुरू हो गई।

- नालंदा में काम करता था मैडम का एजेंट

घोटाले के धंधे में मैडम उषा अपने पति से चार कदम आगे निकली। लालकेश्वर को तो साल ख्0क्ब् में बोर्ड का चेयरमैन उनकी पैरवी पर बनाया गया था। लेकिन फर्जीगिड़ी के धंधे में मैडम पहले से थीं। इस बात की पुष्टि एसआईटी की जांच में हुई है। नालंदा में उनके कई एजेंट काम करते थे। जिनमें जेल भेजा गया अनिल कुमार और फरार चल रहा प्रफुल्ल पटेल है।

गुरुवार को लालकेश्वर, उषा, विकास और विवेक के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। बेटे के साले और दामाद दोनों की तलाश जारी है। दो सौ कॉलेजों की कुंडली भी खंगाली जा रही है।

मनु महाराज, एसएसपी पटना