- कमिश्नर ने की सिविल इन्क्लेव के निर्माण और भूमि की उपलब्धता की समीक्षा की

ALLAHABAD: अ‌र्द्धकुंभ से पहले एयरपोर्ट के निर्माण की कवायद शुरू हो गई है। इसी क्रम में गुरुवार को कमिश्नर डॉ। आशीष गोयल की अध्यक्षता में सिविल एन्क्लेव के निर्माण हेतु भूमि की उपलब्धता की समीक्षा की गई। इस दौरान कमिश्नर ने कहा कि सिविल इन्क्लेव का गेट भव्य होना चाहिए और सामने की सड़क को चौड़ा रखा जाए। जिससे यात्रियों को मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए चौड़ा रास्ता मिल सके। उन्होंने कहा कि उपलब्ध 42 एकड़ की भूमि में सिविल इन्क्लेव का पूर्ण निर्माण किया जाए। साथ ही मेन गेट के सामने प्रस्तावित सड़क का विन्यास और डिजाइन ऐसा तैयार हो जिससे जमीन का अधिकतम उपयोग हो सके। अलग से जमीन खरीदने के खर्च से बचा जा सके।

डीएम को दी गई जिम्मेदारी

कमिश्नर ने मेन गेट के सामने चौराहे का डिजाइन तैयार करके प्रस्तुत करने तथा संशोधित सड़क विन्यास के बाहर सैनिक क्षेत्र की आवश्यक भूमि की सूची बनाकर प्रस्तुत करने को कहा। इससे डिजाइन के अनुरूप एयरपोर्ट अथारिटी से आवश्यक सहमति मिल सके। सहमति के आधार पर एयरफोर्स के सैनिक क्षेत्र की भूमि पर कार्य आरंभ करवाया जाए और एयरफोर्स से उसका संबंधित मुआवजा हवाई पट्टी बनने के समय एक साथ अदा किया जा सके। उन्होंने डीएम को अपनी देखरेख में एयरफोर्स से भूमि की क्रय विनिमय की कार्रवाई कराने को कहा।

इन बिंदुओं पर हुई चर्चा

- सिविल एन्क्लेव एवं गुजरने वाले कौशाम्बी मार्ग के डायवर्जन हेतु प्रस्तावित सड़क को 30 मीटर चौड़ी बनाया जाए, ताकि भविष्य में फोर लेन में परिवर्तित हो सके।

- आधुनिक हवाई पट्टी का निर्माण होगा, जिस पर एयरबेस ए320 व इसके बराबर के विमानों को लैंड कराने के लिए आईएलएएस, एप्रोच लाइटिंग सिस्टम के अनुरूप जमीन की व्यवस्था कराई जाए।

- एयरपोर्ट के उच्चीकरण हेतु उस क्षेत्र में बिजली विभाग द्वारा न्यूनतम 31 केवीए का डेडीकेटेड फीडर स्थापित किया जाए।

जल्द होगी अगली बैठक

कमिश्नर ने कहा कि एयरपोर्ट संबंधी बैठक निरंतरता के साथ आयोजित की जाएगी। इसके प्रत्येक पहलू की विस्तार से समीक्षा होगी। बैठक में डीएम संजय कुमार, एडीए उपाध्यक्ष बीसी गोस्वामी, एयरपोर्ट एथारिटी इलाहाबाद के निदेशक एसआर मिश्रा सहित वायु सेना, पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।