- डॉक्टर्स की सलाह, ज्यादा आवाज और धुआं फैलाने वाले पटाखों से बचें

- हार्ट, बीपी और दमा के पेशेंट्स को आतिशबाजी से दूर रहने की सलाह

- स्वास्थ्य विभाग ने भी की तैयारी बर्न पेशेंट के लिए कई हॉस्पिटल्स में बेड रिजर्व

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KANPUR: इस दिवाली पटाखे कहीं आपकी सेहत को न खराब कर दें। इसके लिए डॉक्टर्स और विशेषज्ञों की सलाह पर गौर करना भी जरूरी है। ताकि आपकी दीपावली सुरक्षित रहे। पटाखे छुड़ाते समय किस प्रकार की सावधानी रखनी चाहिए साथ ही पटाखों से होने वाले नुकसान खास कर झुलसने पर क्या किया जाए। यह जानकारी मुश्किल समय में आपको सहायता देगी। इसके अलावा शहर में स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेज में दीवाली को लेकर क्या इंतजाम है इसकी भी हम आपको जानकारी देंगे।

पटाखे छुड़ाते वक्त इन बातों का रखें ध्यान -

- पटाखे घर के बाहर ही छुड़ाएं

- ऑथराइज्ड-रेप्युटेटेड निर्माता कम्पनी के ही पटाखे खरीदें

- एक समय में परिवार का एक सदस्य एक ही पटाखा छुड़ाए। घर के अन्य सदस्य सुरक्षित स्थान पर खड़े होकर दूर से देखें।

- सुरक्षित व खुले स्थान पर ही पटाखे छुड़ाएं।

- पटाखा जलाने के लिए लम्बी मोमबत्ती व फुलझड़ी जलाएं। पटाखों से उचित दूरी बनाने के लिए कोहनी को स्ट्रेट रखें।

- पानी से भरी दो बाल्टी मौके पर रखें। आग लगने की दशा में उसे पानी डालकर बुझाएं।

- आग से झुलसने पर जले स्थान पर फौरन पानी डालकर बुझाएं।

- आग की लपटों में अगर कोई गंभीर रूप से झुलस रहा हो तो उस पर कम्बल डालकर आग बुझाएं।

- पटाखे से जलने या झुलस जाने पर घबराएं मत। धैर्य से काम लें। पेशेंट को फौरन बर्न स्पेशलिस्ट या नजदीकी बड़े हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले जाएं।

- आंख जलने पर टैप वॉटर से क्0 मिनट पर आंखों को धोयें और फिर विक्टिम को हॉस्पिटल ले जाएं।

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इन बातों को करें नजरअंदाज -

- हाथ में पकड़कर पटाखों में कभी आग मत लगाएं।

- आग लगने के बाद पटाखों की ओर झुककर मत खड़े हों।

- किसी कंटेनर या बंद डिब्बे के अंदर रखकर पटाखा मत छुड़ाएं।

- दगे हुये या खराब पटाखों को हाथ में उठाने से परहेज करें।

- छोटे बच्चों को जलते हुये पटाखे मत पकड़ाएं।

- जलते हुये पटाखे सामने खड़े किसी दूसरे व्यक्ति पर मत फेंके।

- पटाखों को जेब में मत रखें

- जलती हुई मोमबत्ती या दीये के पास पटाखे मत रखें।

- पतली गलियों में पटाखे कभी मत छुड़ाएं। ओपन एरिया या पार्क में ही पटाखे छुड़ाएं।

- सिंथेटिक कपड़े मत पहनें।

- ढीले कपड़े पहनकर पटाखे मत छुड़ाएं

- जल जाने पर अपने आप कोई क्रीम, ऑयल या लोशन मत लगायें। डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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स्वास्थ्य विभाग भी मुस्तैद

सीएमओ डॉ। आरपी यादव ने बताया कि दीवाली में किसी हादसे होने की दृष्टि से चिकित्सा सुविधाओं को अलर्ट पर रखा गया है। उर्सला, केपीएम और काशीराम हॉस्पिटल में क्0- क्0 बेड व सभी सीएचसी में जले हुए पेशेंट्स के लिए भ्-भ् बेड अलग बेड आरक्षित किए गए हैं साथ ही अतिरिक्त दवा का भी इंतजाम किया गया है। आपात स्थितियों में डॉक्टर्स की टीम भी सभी हॉस्पिटलों में तैनात रहेगी। जिसमें जर्नल सर्जन व आई स्पेशलिस्ट भी शामिल होंगे। इसके अलावा हैलट इमरजेंसी व आईसीयू में भी आपात स्थिति के लिए फ्0 बेड रिजर्व में रखे गए हैं। इसके अलावा प्रमुख पटाखा बाजार जैसे नानाराव पार्क, चकेरी, गुमटी व जूही में एबुंलेंस भी तैनात की गई हैं।