-बीएचयू में छेड़खानी के विरोध में छात्राओं का चल रहा धरना, कुछ ने शुरू की भूख हड़ताल

-छात्राओं ने पिछले 36 घंटे से अधिक समय से बीएचयू मेनगेट पर जमाया है कब्जा

-मनाने के सारे उपाय साबित हो रहे फेल, बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन लाचार

VARANASI

बीएचयू में छेड़खानी के विरोध में छात्राओं का चल रहा धरना दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। धरने पर बैठी कुछ छात्राओं ने भूख हड़ताल भी शुरू कर दिया। छात्राएं वीसी को धरनास्थल पर बुलाने की मांग को लेकर डटी रहीं। बीएचयू वीसी भी वहां न आने की अपनी जिद पर अड़े रहे। जिसका नतीजा यह हुआ कि बीएचयू का माहौल लगातार दूसरे दिन भी गर्म रहा। छात्राएं बीएचयू के सिंहद्वार पर धरना दे रही हैं जिसके चलते फ्ख् घंटे से अधिक समय से यहां आवागमन बंद है। छात्राओं ने सिंहद्वार के अगल बगल के छोटे गेट को भी बंद कर दिया है। सिर्फ मरीजों और एंबुलेंस को अंदर जाने दिया जा रहा है। हालांकि इसी बीच एडमिनिस्ट्रेशन ने वीसी से मुलाकात कराने के लिए छात्राओं को वूमेंस कॉलेज बुला लिया। इस दौरान छात्राओं से निपटने के लिए प्रशासन ने भारी फोर्स बुला ली। वहीं रात दस बजे खबर लिखे जाने तक छात्राओं के सड़क पर उतरे ब्0 घंटे पूरा हो चुका था।

रात बितायी सड़क पर

बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन की संवेदनहीनता के चलते छात्राओं ने शुक्रवार की रात सड़क पर गुजारी। दिन में लड़कियों की संख्या कम रही पर रात होते-होते उनकी संख्या बढ़ गयी। छात्राएं रातभर बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ नारेबाजी करती रहीं। छात्राएं वी वांट जस्टिस, वीसी इस्तीफा दो, सुरक्षा नहीं दे सकते तो वीसी बनने का हक नहीं जैसे नारे लगा रही थीं। धरनास्थल पर वीसी का पुतला भी फूंका गया। इसी बीच किसी ने रात में ही बीएचयू के सिंहद्वार पर चढ़ कर 'बीएचयू इज अनसेफ' का पोस्टर लगा दिया। जिसे बाद में उतार ि1दया गया।

वीसी आ जाते तो बन जाती बात

छात्राओं को मनाने के लिए बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से हर संभव प्रयास किया गया। पर बात नहीं बनी। बीएचयू के डीन ऑफ स्टूडेंट्स प्रो। एमके सिंह, चीफ प्रॉक्टर प्रो। ओएन सिंह से लगायत बीएचयू के तमाम डीन, डिपार्टमेंट्स हेड छात्राओं को समझाने का जतन करते रहे। प्रशासन की ओर से भी एसडीएम व सीओ ने उन्हें समझाने की कोशिश की पर लड़कियां वीसी को बुलाने की अपनी मांग पर अड़ी रही। चर्चा रही कि वीसी का यह अडि़यल रवैया बीएचयू के माहौल के लिए अच्छा साबित नहीं हो रहा है। धरना स्थल पर छात्राओं को मनाने का प्रयास कर रहे प्रोफेसर्स भी कुछ ऐसा ही कहते सुने गये।

मरीजों की खासी फजीहत

बीएचयू का सिंहद्वार बंद होने से मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि सिंहद्वार के बगल के गेट से एंबुलेंस को कैंपस में प्रवेश दिया जा रहा है। पर बहुत से लोगों को नरिया गेट से अंदर जाना पड़ रहा है। अचानक बढ़ी भीड़ के चलते नरिया गेट मार्ग बुरी तरह जाम की चपेट में रहा। इस रोड पर चले रहे खोदाई के काम ने जाम के कोढ़ में खाज का काम किया। मोटरसाइकिल से कैंपस में जाने वाले को भी फ्0 से ब्0 मिनट लग जा रहा था। बाइक पर अपने भाई को हॉस्पिटल दिखाने लेकर जा रहे भेलूपुर के रमेश यादव ने बताया कि उन्हें मेन गेट से अंदर जाने नहीं दिया गया। अब नरिया गेट से बाहर जा रहे हैं। जाम में फंसे हुए बीस मिनट से ऊपर हो गया है।