- भारतीय मूल के 14 स्टूडेंट्स का ग्रुप पहुंचा बनारस

VARANASI

¨हदी को बढ़ावा देने के लिए भारतीय मूल के अमेरिकी छात्रों का 14 सदस्य दल बीएचयू पहुंचा। बच्चों ने बीएचयू के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र में संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। बीएचयू का हरा-भरा कैंपस देखकर वे आश्चर्यचकित रह गये। इसके पहले उन्होंने बनारस भी देखा। दो दिन के प्रवास के दौरान दल में शामिल 12 से 20 साल तक के बच्चे गंगा आरती और घाटों को देख भाव-विभोर हो गए। किसी ने अपनी मम्मी के लिए बनारसी साडि़यां खरीदी तो कुछ ने दुपट्टे लिए। यह दल 19 दिसंबर को भारत आया और तीन जनवरी को वापस अमेरिका लौट जाएगा। टीम में में जोर्जियन कोर्ट यूनिवर्सिटी की प्रो। सरिता नेमाणी, आइटी प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील दुबे संरक्षक हैं। इनके अलावा रिया चतुर्वेदी, चहल कटोच, देव द्विवेदी, ध्रुव गुप्ता, ईशा श्रीवास्तव, जास्मीन जुल्का, कौस्तुभ तिवारी, मानसी दुबे, नलिनी जैन, निखिल कुंडू, प्रणव उदेशी, साथ चतुर्वेदी, सार्थक उप्पल, वसंत भारद्वाज शामिल हैं। भारत में दल का मार्गदर्शन भाष्कर चेतिया और काशी में सुमित श्रीवास्तव ने किया। प्रो। नेमाणी ने बताया कि ¨हदी-यूएसए संस्था की शुरूआत वर्ष 2001 में अमेरिका के न्यूजर्सी में रहने वाले देवेंद्र सिंह ने की। शुरूआत में उन्होंने अपने घर के बेसमेंट में बच्चों को ¨हदी पढ़ाना शुरू किया। वर्तमान में अमेरिका के 24 राज्यों में स्कूल खुल गए हैं, जिसमें करीब दो हजार बच्चे ¨हदी पढ़ना, लिखना और बोलना सीख रहे हैं। बताया कि यात्रा का उद्देश्य विश्वभर में ¨हदी भाषा और भारतीय संस्कृति का प्रचार करना है।