खुफिया जिसका काम ही है किसी बड़ी घटना की आशंका पर पहले से ही पुलिस और प्रशासन को अलर्ट कर देना। इसके लिए इनकी लंबी चौड़ी टीम अलग अलग इलाकों में एक्टिव रहती है लेकिन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में खुफिया डिपार्टमेंट पूरी तरह से फेल है। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि लगातार बनारस में एक के बाद एक हो ही बड़ी घटनाएं बया करने के लिए काफी हैं। इसके बावजूद इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए कोई स्टेप नहीं लिया जा रहा है।

 

पहले से नहीं कर पा रहे ट्रेस

बनारस में लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) के डिप्टी एसपी बैठते हैं। किसी भी बवाल या लॉ एंड ऑर्डर के बिगड़ने की आशंका इनकी ओर से पहले ही अपनी रिपोर्ट के जरिए जता दी जाती है। लेकिन ये विभाग बनारस में हो जा रही हलचल को पहले से ट्रेस करने में फेल है। जिसके कारण बनारस में लगातार माहौल बिगड़ रहा है। यहां तक कि इनकी सुस्ती के चलते पीएम तक सुरक्षित नहीं हैं। तभी तो खुफिया को झांसा देकर शिक्षामित्र पास की डुप्लीकेट कॉपी बनाकर पीएम की जनसभा में पहुंचकर उनका विरोध तक कर दिए और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। वहीं बीएचयू में भी इतनी बड़ी घटना होने से पहले खुफिया विभाग नहीं चेता। जिसके चलते बीएचयू में बवाल बढ़ गया। जबकि खुफिया विभाग अगर इस घटना के होने को लेकर अपनी ओर से पहले ही आशंका जता देता तो बवाल को होने से रोका जा सकता था।

 

घटनाएं जिसमें हुए फेल

- प्रतिकार यात्रा

- प्रतिमा विसर्जन रोक, लाठीचार्ज

- पीएम की सुरक्षा

- बीएचयू बवाल

- रामनगर जयगुरुदेव भगदड़

 

 

बीएचयू प्रकरण हो या पीएम की सुरक्षा में हुई चूक की जांच जारी है। इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

विश्वजीत महापात्रा, एडीजी जोन