- महामना पं। मालवीय के भारत रत्न को लेकर BHU पहुंचे VC प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी

- BHU गेट पर उत्साह से लबरेज स्टूडेंट्स, टीचर्स और स्टाफ ने किया जोरदार स्वागत

VARANASI:

हर मन उत्साहित और हर मन लालायित। ना उम्र का कोई बध्ान न ओहदों की बंदिश। क्या पुरुष क्या नारी। सभी के दिलों में जज्बातों का उमड़ता समंदर। उस खास की झलक पाने को हर कोई बेताब। मंगलवार को बीएचयू के मेन गेट पर कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिला। मौका भी तो कुछ खास ही था। बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी महामना पं मदन मोहन मालवीय को मिले भारत रत्‍‌न के सम्मान के साथ बीएचयू आने वाले थे।

चारों ओर हर-हर महादेव

उनके स्वागत की तैयारियां भी जोरदार थीं। टीचर्स से लेकर स्टाफ मेंबर्स सभी लोग तैयारियों में शामिल थे। फूल-माला से लेकर गाजे-बाजे तक का इंतजाम था। और आखिरकार उस घड़ी ने दस्तक दे दी। बीएचयू के प्रथम नागरिक प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी बीएचयू गेट पर पर जैसे ही भारत रत्न अलंकरण के साथ पहुंचे वैसे ही पूरा कैम्पस हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा। वहां उपस्थित जनसमुदाय के उत्साह से उल्लासित प्रो। त्रिपाठी कार से निकले और लोगों का अभिवादन स्वीकारते हुए महामना की प्रतिमा तक पहुंचे। वहां उन्होंने महामना को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। चारों तरफ से पुष्प वर्षा। महामना की प्रतिमा पर माला अर्पित करने की होड़। लेकिन खास बात यह कि हर कोई खुद में नियंत्रित था। स्टूडेंट्स ने महामना के मानस पुत्र होने का परिचय दिया। महामना अमर रहें, महामना आपकी जय हो जैसे उद्घोषों के उठती गूंज ने एक अलग ही नजारा पेश किया। जो जहां था वहीं ठहरकर इस अनुपम दृश्य के दीदार में तल्लीन था। स्टूडेंट्स को गर्व था कि वे उन महामना के बगिया के फूल हैं जिन्हें देश के सबसे प्रतिष्ठित नागरिक पुरस्कार से नवाजा गया है। टीचर्स खुद पर इस बात को लेकर इतरा रहे थे कि महामना के आशीर्वाद से उन्हें उनकी बगिया सींचने कजिम्मेदारी मिली है।

सड़क पर उमड़ा समंदर

महामना को मिले भारत रत्न सम्मान को अपने बीच पाकर हर कोई उत्साह से लबरेज था। महामना के इस सम्मान को अपने साथ लिये लोगों का अपार जनसमूह मालवीय भवन की ओर बढ़ चला। खास यह रहा कि लोगों के इस समूह का नेतृत्व करने वाला कोई और नहीं बल्कि खुद ही वीसी प्रो। त्रिपाठी थे। एमएमवी पहुंचने पर वहां खड़े हजारों स्टूडेंट्स ने महामना के भारत रत्न और उसके वाहक प्रो। त्रिपाठी का गर्मजोशी से स्वागत किया। मालवीय भवन में महामना की प्रतिमा को नमन करने के पश्चात कुलपति पैदल ही चल पड़े परिसर स्थित बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करने। वहां से पुन: मालवीय भवन लौटे और फूलों की पालकी में भार रत्न अलंकरण रखा।

भारत रत्न हुआ सम्मानित

मालवीय भवन में वीसी प्रो। त्रिपाठी ने कहा कि महामना जैसे महापुरूष को अलंकृत करने से आज 'भारत रत्न' खुद सम्मानित हुआ। बीएचयू के शताब्दी वर्ष में यह सम्मान मिलना अत्यंत प्रासंगिक है। फिलहाल यह अलंकरण वीसी लॉज में रखा गया है। इसके लिए उपयुक्त स्थान निश्चित किया जायेगा। जिससे कि हर कोई महामना के इस सम्मान का दर्शन कर गौरवान्वित हो सके।